नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी के नेता बीएस येदियुरप्पा द्वारा कल कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया गया। इसके बाद से ही लगातार कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। सूत्रों की तरफ से जानकारी दी गई है कि शाम तक कर्नाटक में सीएम पद के लिए भाजपा के नए चेहरे का ऐलान कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि कर्नाटक के लिए भाजपा ने धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी को ऑब्ज़र्वर बनाया गया है। इन नेताओं के साथ विधायक दल की बैठक के बाद नए सीएम का ऐलान होगा।
येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी को लेकर संशय बरकरार सोमवार के घटनाक्रम के बाद अब पूरा ध्यान येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के चयन पर केन्द्रित हो गया है। अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर अभी कोई स्पष्टता नहीं है। येदियुरप्पा के संभावित उत्तराधिकारी के रूप में जिन नामों की चर्चा चल रही है, उनमें केंद्रीय मंत्री प्रह्ललाद जोशी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि, राष्ट्रीय आयोजन सचिव बी एल संतोष और राज्य विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी शामिल हैं। गृह मंत्री बसवराज एस बोम्मई, राजस्व मंत्री आर अशोक और उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण के नाम भी चर्चा में हैं।
सीएम पद छोड़ने से आहत समर्थक ने दी जान, येदियुरप्पा
दक्षिण भारत में BJP की पहली सरकार बनवाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले येदियुरप्पा ने चार बार राज्य का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में शत-प्रतिशत बने रहेंगे और कल से ही भाजपा को सत्ता में वापस लाने के लिए काम करेंगे। कल येदियुरप्पा ने पत्रकारों से कहा, “मैंने दो महीने पहले इस्तीफा देने का फैसला किया था। आज हमारी सरकार के दो साल पूरे हो गए हैं। मुझे लगा कि अब इस्तीफा देना उचित है और राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है, और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है।”
उन्होंने कहा, “पार्टी ने मुझे इस ऊंचाई तक पहुंचाया है, शायद देश में किसी अन्य राजनीतिज्ञ को वह विशेषाधिकार नहीं मिला है जो मुझे मिला है।
जब उनसे पूछा गया कि अगर उन्हें राज्यपाल बनाने का प्रस्ताव मिलता है तो वह क्या इसे स्वीकार करेंगे, तो उन्होंने कहा, “अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्रीय मंत्री बनने की पेशकश की थी, तो मैंने कहा था कि नहीं।” येदियुरप्पा ने कहा, “राज्यपाल बनने का सवाल ही नहीं है। मैं कर्नाटक में संगठन को मजबूत करने के लिए काम करूंगा। मैंने कोई पद नहीं मांगा है और न ही इसे स्वीकार करूंगा।” उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, “अगला मुख्यमंत्री कौन हो, इस पर मैं कोई प्रस्ताव नहीं दूंगा, यह फैसला आलाकमान को करना है। वे जिसे भी चुनेंगे, मैं सहयोग करूंगा और साथ काम करूंगा। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता।”