फिरोजाबाद/23 जुलाई/ जनपद में महिलाओं के लाभार्थ एक दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन राज्य महिला आयोग की सदस्या सुमन चतुर्वेदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को शहर के रामचन्द्र पालीवाल हाॅल में किया गया। कार्यक्रम में घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक एवं कल्याण अधिनियम 2007, कन्या भू्रण हत्या, भारत में महिलाओं के सम्पत्ति एवं भरण-पोषण अधिकार, यौन शोषण, दहेज उत्पीड़न, मानव तस्करी, साईबर क्राइम, आदि के सम्बंध में विषय विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से जानकारी प्रदान कर सरकार द्वारा किये गये सराहनीय कार्यो के सम्बंध में जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के अन्तर्गत कार्यक्रम का शुभारम्भ सुमन चतुर्वेदी एवं मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ द्वारा माॅ सरस्वती को दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण करते हुये किया गया। सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति कु0 उजाला वर्मा द्वारा दी गयी। कार्यक्रम के दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा महिलाओं के अधिकारी के विषयों पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी। उन्होने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में केवल महिलाओं को जागरूक करने के साथ-साथ पुरूषों को भी जागरूक व अपने कर्तव्यबोध को कराना आवश्यक है क्योंकि घर हो या बहार सब जगह महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान पुरूषों की अच्छी सोच से जुड़ा हुआ है। उन्होने सरकार द्वारा नारी सशक्तिकरण के लिए उठाये गए महत्वपूर्ण कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और उपस्थित महिलाओं से अपील की कि वह यहां से जाकर अपने बीच व आस-पास की अन्य महिलाओं को जागरूक करें।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञ मीनाक्षी सिन्हा द्वारा घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 के अन्तर्गत उत्पीड़न कैसे हो सकता है, उत्पीड़न के बचाव के विषयों पर जानकारी प्रदान की गयी, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक एवं कल्याण अधिनियम 2007 विषय के अन्तर्गत वृ़द्ध वरिष्ठ नागरिक भी अपनी प्राॅपर्टी में कैसे हिस्सदार हो सकते हैं के बारे में, कन्या भू्रण हत्या के विषयों पर विस्तार से बताया गया। विशेषज्ञ तूलिका अग्रवाल द्वारा भारत में महिलाओं के सम्पत्ति एवं भरण-पोषण अधिकार व यौन शोषण दहेज उत्पीड़न के विषयों के अन्तर्गत महिला किस प्रकार सम्पत्ति में पूर्ण अधिकार ले सकती है एवं माता-पिता अपने बच्चों से भरण-पोषण की मांग किस कानून के अन्तर्गत कर सकते हैं के विषयों पर जानकारी प्रदान की गयी। विशेषज्ञ सुषमा सिंह द्वारा मानव तस्करी व साईबर क्राइम विषयों के अन्तर्गत क्राइम किस जगह और कैसे हो सकते हैं तथा क्राइम से बचने के लिये क्या क्या सावधानियाॅ रखनी चाहिये के विषयों पर विशेष जानकारी प्रदान की गयी। महिला कल्याण अधिकारी, जिला समन्वयक द्वारा विभागीय योजना के बारे में जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम के दौरान शिविर महिलाओं के लाभार्थ एक दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर की रूपरेखा के बारे में जिला प्रोबेशन अधिकारी सीमा मौर्या द्वारा विस्तार से बताया गया। विधिक जागरूकता शिविर में सिविल जज सीनियर डिवीजन मीनाक्षी सिन्हा, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा0 प्रज्ञा शंकर, जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह, महिला पुलिस अधिकारी सुषमा सिंह सहित बड़ी संख्या में शहर की महिलाऐं उपस्थित रहीं एवं कार्यक्रम में अध्यापिकाओं एवं आंगनवाड़ियो द्वारा प्रतिभाग किया गया।