फिरोजाबाद। समाजवादी पार्टी द्वारा जनपद की तहसीलों पर हल्ला बोल कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सत्तापक्ष के लोगों पर धांधली कर सत्ता धारी दल के प्रत्याशी को जिताने का आरोप लगाया गया। सदर तहसील पर सपा नेताओ द्वारा प्रदर्शन कर एसडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ज्ञापन में सपा नेताओ ने कहा कि प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में जो गुण्डागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई है, उसकी कोई कल्पना नहीं थी। आठ जुलाई को प्रमुख पद के नामांकन के समय विपक्ष के प्रत्याशी, प्रस्तावको, समर्थको, महिलाओ के साथ शर्मनाक घटना व अभद्रता और पूर्व स्पीकर माता प्रसाद पांडेय के साथ धक्का-मुक्की और उन्हे चोट पहुंचाने की कोशिश इन घटनाओ से जाहिर है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की बात बेईमानी हो गई है। जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में तीन और दस जुलाई को सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिये विपक्ष के साक्षर जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत सदस्यो के साथ जबरन प्रलोभन देकर भाजपा के पक्ष में मत देने को बाध्य किया गया।
साथ ही कहा कि आठ जुलाई को ब्लाक प्रमुख के निर्वाचन के लिये नामांकन की अंतिम तिथि थी। नामांकन के दौरान पुलिस-प्रशासन सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बन कर काम करने लगा। सपा के प्रत्याशियों, उनके समर्थको को मारापीटा गया। पंचायत चुनाव के दौरान सपा व विपक्ष के नेताओ व कार्यकर्ताओ के साथ हुई हिंसा से लोकतंत्र शर्मसार और कलंकित हुआ। सपा नेताओ ने कहा कि सपा में राज्य निर्वाचन आयुक्त को प्रारंभ से ही सत्तापक्ष द्वारा पंचायती चुनावो को प्रभावित कर अपने पक्ष में करने की साजिशों के बारे में लगातार सूचित करते हुए आगाह किया था। लेकिन चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई। भारत के संविधान में दिये गये लोकतंत्र की व्यवस्था के यह सर्वथा विपरीत है। साथ ही कहा कि हम आपका ध्यान लोकतंत्र की हत्या के अतिरिक्त बढ़ती महंगाई, बिगड़ती कानून व्यवस्था, नौजवानों की बेरोजगारी, किसानों के ऊपर थोपे जा रहे काले कृषि कानून, महिलाओ से दुर्व्यवहार, स्वास्थ्य सेवाओ की बदहाली, सपा के कार्यकर्ताओ पर फर्जी केस लगाने और प्रशासन द्वारा सत्ता के दुरूपयोग की ओर भी आकर्षित करना चाहेंगे। उन्होंने मांग करते कहा कि इन गंभीर घटनाओ पर शीघ्र संज्ञान ले। लोकतंत्र को बचाने के लिये निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव की व्यवस्था हेतु अनुरोध है कि जहां-जहां प्रदेश में ब्लाक प्रमुख का नामांकन करने से सपा समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख पद के प्रत्याशियों को रोका गया तथा नामांकन दाखिल नहीं करने दिये गये है वहां पर पुनः नामांकन प्रक्रिया करने का आदेश करने का कष्ट करें। जिससे भारत के संविधान में दिये गये लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा की जा सके। वहीं सपा नेताओ ने ज्ञापन के साथ 16 सूत्रीय मांगपत्र दिया। इस दौरान महानगर अध्यक्ष जर्रार अहमद राजू, एमएलसी डॉ. दिलीप यादव, जिलाध्यक्ष यूथ ब्रिगेड कमलेश यादव, महानगर अध्यक्ष यूथ ब्रिगेड मोहित शर्मा, महानगर अध्यक्ष लोहिया बाहिनी दिलीप सिंह यादव, महानगर अध्यक्ष छात्र सभा उदयभान सिंह, यतीन्द्र मोहन तैलंग, शेख जुबैर खान, नौशाद अली सिद्दीकी, खालिद नसीर, हसनैन प्रधान, हनीफ खाकसार, विष्णु सविता, साकिर मंसूरी, नियाज अब्बासी, शब्बीर रजा, अंकुर शर्मा, योगेश गर्ग, विनय वाल्मीकि, सीमा जादौन, रेनू चक, रजनी, इंद्रवती यादव, आशीष शर्मा, अजीत यादव, प्रेमचंद्र शंखवार, जगमोहन यादव आदि शामिल रहे।


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