फिरोजाबाद में बरसात से पहले 38 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा. खास बात यह रहेगी कि इस साल जो पौधे रोपित किए जायेंगे उनमें औषधीय पौधों की संख्या अधिक होगी. एक जुलाई से सात जुलाई तक चलने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत इन पौधों को रोपित किया जाएगा
फिरोजाबाद: सुहाग नगरी के नाम से मशहूर यूपी का फिरोजाबाद जनपद इस बार वृक्षारोपण में इतिहास लिखने जा रहा है. इस जिले में बरसात से पहले 38 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया जाएगा. खास बात यह रहेगी कि इस साल जो पौधे रोपित किए जायेंगे उनमें औषधीय पौधों की संख्या अधिक होगी।
38 लाख पौधों का होगा रोपण
शहर एक औद्योगिक नगर होने के कारण यहां प्रदुषण पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती है. इसके साथ ही इस जिले की कुछ सीमा ताज संरक्षित इलाके में भी आती है. लिहाजा यहां प्रदूषण की समस्या पर काबू पाने के लिए समय समय पर कदम उठाए जाते रहे हैं. एक तरफ जहां कोर्ट के आदेश पर कोयले से चलने वालों कारखानों को या तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बंद करा दिया या ऐसे कारखानेदारों को गेल गैस इंडिया से गैस लेनी पड़ी है. इसके अलावा इन इलाके में किसी भी तरह की इंडस्ट्री लगाने पर रोक लगी है. इस बार फिरोजाबाद के प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए बड़े स्तर पर पौधे रोपित किये जायेंगे. यहां पर इस साल 38 लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
प्रभागीय वन अधिकारी स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार इस वृक्षारोपण अभियान में जिले के सभी 26 विभागों सहभागिता होगी. 18 लाख से अधिक पौधों का रोपड़ वन विभाग द्वारा किया जाएगा, जबकि 20 लाख से अधिक पौधे अन्य विभागों द्वारा रोपित किए जायेंगे. एक जुलाई से सात जुलाई तक चलने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत इन पौधों को रोपित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत ही चार जुलाई को करीब 84 फीसदी पौधे रोपित होंगे, जो पौधे रोपित किये जायेंगे उनमें ज्यादातर औषधीय होंगे।