मेडिकल काॅलेज के क्षय रोग विभाग में टीबी मरीजों के तीमारदार परेशान
कहीं सरकारी ट्रामा किया जाता रैफर तो कहीं बाहर से मंगायी जातीं दवायें
तीमारदारों ने बताया कृष्णा मेडिकल से मंगाते दवा न लाने पर नहीं होता ढंग से इलाज
फिरोजाबाद-शहर के मेडिकल काॅलेज का हिस्सा क्षय रोग विभाग जहां टीबी के मरीजों का ईलाज होता है। टीबी के मरीजों के लिये सरकार ने दवाएं भी निःशुल्क देने की बात कही है परंतु यहां इस क्षय रोग विभाग में उल्टा ही हाल है बाहर से प्राइवेट तौर पर दवायें मंगाई जाती है इतना ही नहीं अगर कोई मरीज का तीमारदार सवाल उठाये तो उसे आगरा रैफर करने की बात कही जाती है इलाज ठीक से नहीं दिया जाता मजबूरन वह बाहर की दवायें खरीदने को मजबूर हो जाता है। इसके अलावा कभी कभार तो यहां से सरकारी ट्रामा तक रैफर कर दिया जाता है जबकि सरकारी ट्रामा सेंटर टीबी मरीजों को रैफर करने का कोई औचित्य नहीं, इसी क्रम में एक मरीज को जब सरकारी ट्रामा रैफर किया गया तो उक्त मरीज के आने पर ड्यूटी पर तैनात डा. राहुल जैन मरीज संग क्षय रोग विभाग पहुंच गये और इस संबंध में पूछा आखिर वहां क्यों रैफर किया जा रहा है। वहीं मीडिया के पहुंचने पर यहां कई एक तीमारदारों ने बताया कि केवल बुखार की दवा यहां से दी जाती है बाकी बाहर कृष्णा मेडिकल की दवा लिखी जाती है वहीं मिलती है। न लाने पर आगरा रैफर करने की बात कही जाती है अन्यथा इलाज भी ढंग से नहीं करते हैं सोचने वाली बात यह है कि जो सरकार दवायें भिजवाती है उनका क्या होता है कहीं उन्हें भी तो मेडिकल आदि पर रखवाकर बिकवाने का कार्य तो नहीं किया जाता?