आगरा: प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पेरेंट्स (progressive association of parents) यानी पापा (PAPA) ने ताजनगरी में स्कूलों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. फीस को लेकर स्कूलों का दुर्व्यवहार तथा बच्चों की ऑनलाइन क्लास से अभिभावक काफी नाराज हैं. जिसके चलते गुरुवार को संस्था के लोगों ने बाग फरजाना स्थित सेंट जोर्जिस स्कूल के बाहर बैठ कर नारेबाजी की. वही सेंट जोंस चौराहे पर स्कूलों के खिलाफ धरना दिया.
‘फीस को लेकर दुर्व्यवहार स्वीकार नहीं’
आगरा की प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पेरेंट्स (progressive association of parents) यानी पापा (PAPA) स्कूलों के मनमाने रवैये को लेकर काफी नाराज है. जिसको लेकर संस्था के सदस्यों ने गुरुवार को बाग फरजाना स्थित सेंट जॉर्जिस स्कूल के बाहर बैठकर स्कूलों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बच्चों के अभिभावकों का गुस्सा देख कर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और उन्हें समझाने का प्रयास किया. लेकिन, आक्रोशित अभिभावक नहीं माने. प्रदर्शनकारी हाथ में संस्था का झंडा ओर सिर पर टीम पापा लिखी टोपी लगा कर एमजी रोड के सेंट जोंस चौराहे पर आकर धरने पर बैठ गए. संस्था के सयोजक दीपक सरीन ने बताया कि आगरा के बड़े निजी स्कूल दबंगई पर उतर आए हैं. जो अभिभावक स्कूल की मोटी फीस जमा करने में असमर्थ हैं, उनके बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज के वाट्सएप्प ग्रुप से रिमूव कर दिया गया है. जो कि अवैधानिक है. इससे बच्चों की पढ़ाई पर गहरा असर पड़ रहा है. कोरोना माहमारी में कई अभिभावकों की नौकरी चली गयी है, कई लोगों को आधी तनख्वाह में घर चलाना पड़ रहा है. ऐसे में अभिभावक कैसे स्कूलों की फीस भर पायेगा. जिसको लेकर शासन और प्रशासन दोनों को इस समस्या के निराकरण के लिए कई बार पत्र लिखे गए. लेकिन, अब तक कोई राहत नही मिली है. ऐसे में अभिभावक किसकी चौखट पर गुहार लगाए समझ नहीं आ रहा. अब अभिभावक अपनी लड़ाई खुद लड़ने को मजबूर हो गए हैं. यही कारण है कि आज उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा है।
6 घंटो की ऑनलाइन क्लास बनी परेशानी
संस्था सदस्य महिलाओं ने अपने बच्चों की ऑनलाइन क्लास को लेकर भी अपना विरोध दर्ज कराया. उनका कहना था कि पहले स्कूल 3 घंटो की ऑनलाइन क्लास लेता था. लेकिन, अब वह ऑनलाइन क्लास 6 घंटों की हो गयी है. मोबाइल और लैपटॉप पर लगने वाली ऑनलाइन क्लास से उनके बच्चों की आंखे कमजोर हो रही है. जो बच्चों के भविष्य के लिए ठीक नहीं है. स्कूल द्वारा संचालित ऑनलाइन क्लास के समय को कम करने के लिए हम स्कूल प्रबंधन को लिखित शिकायत दे चुके हैं। इसके बाबजूद लगातर बच्चों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. समस्या का जल्द हो समाधान टीम ‘पापा’ के सदस्य शासन और प्रशासन से इस मामले को लेकर कई बार गुहार लगा चुके है. लेकिन, इस मसले का अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है. कोरोना की वजह से अभिभावकों की कमाई आधे से भी कम रह गयी है. वहीं कई अभिभावक अपने रोजगार से हाथ धो बैठे हैं. ऐसे में बड़े स्कूलों की भारी भरकम फीस भरना उनके लिए अभी सम्भव नहीं है. स्कूल प्रबंधन अगर उन्हें फीस में कुछ राहत प्रदान करने साथ कुछ समय की मोहलत दें. उनके बच्चों की पढ़ाई में स्कूल कोई अवरोध पैदा न करें. जिससे बच्चों का भविष्य खराब न हो।