अगर आप ATM यूज करते हैं तो ये खबर आपके लिए है। अब आपके आस-पास ऐसे फ्रॉड भी घूम रहे हैं जो आपके ATM का चिप बदलकर आपके बैंक अकाउंट को कुछ मिनटों में खाली कर सकते हैं। ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश गाजियाबाद में हुआ है। यहां STF और गाजियाबाद पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन ने ऐसे ही दो जालसाजों को पकड़ा है। इनमें से एक 12वीं पास है तो दूसरा कोरियर कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम करता है। STF ने इनके पास से 10 लाख रुपए और 45 ATM कार्ड बरामद किया है।

एक हफ्ते में 12 से ज्यादा मामले दर्ज हुए
गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में पिछले एक हफ्ते में 12 से ज्यादा लोगों ने अपने अकाउंट से रकम निकलने का मामला दर्ज कराया था। इसकी जांच साइबर क्राइम थाने को सौंपी गई। जांच में पेंचीदा मामला देख STF को लगाया गया। शनिवार को एसटीएफ ने गीतांजली बिहार गाजियाबाद के रहने वाले संजय यादव और सहदरा दिल्ली के हर्ष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।

कॉल करके बैंकों से लेते थे डिटेल
एसपी एसटीएफ कुलदीप नारायण ने बताया कि पकड़ा गया संजय यादव इंटर पास है और ब्लूडार्ट कोरियर कंपनी में नौकरी करता था। उसकी मुलाकात कुलदीप से कुछ साल पहले हुई जो इस तरह की जालसाजी करने का नया तरीका ढूढ रहा था। शुरुआत में संजय बैंकों से आने वाले एटीएम कार्ड के कोरियर को ग्राहक तक पहुंचाने से पहले कुलदीप के पास ले जाता था। कुलदीप इसमें से ओरिजिनल चिप निकालकर उसमें फर्जी चिप लगा देता था। कोरियर के पैकेट पर लिखा ग्राहक का नंबर भी उनके पास होता था। इसके बाद उस नंबर से स्पूफिंग कॉल के जरिए बैंक से संपर्क करते थे। इस एप का इस्तेमाल करने से न तो ग्राहक के पास ओटीपी जाता था न कॉल ट्रेस होने का खतरा रहता था। बैंक से ग्राहक की डिटेल मिलते ही उधर संजय कार्ड लेकर ग्राहक के पास जाता था इधर कुलदीप उसके खाते में जाम पूरी रकम निकाल लेता था। कुछ समय बाद संजय ने अपने एक और दोस्त हर्ष को अपनी कंपनी में जॉब दिलाकर खुद नौकरी छोड़कर कुलदीप के साथ फूलटाइम जालसाजी करने लगा। अब संजय की जगह हर्ष कोरियर में आए एटीएम कार्ड उनतक पहुंचाने लगा था। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि यह साइबर जालसाजी का नया तरीका है। इसके बारे में सभी बैंकों को जानकारी दी जा रही है ताकी इसकी रोकथाम जल्द की जा सके।


About Author

Join us Our Social Media