नई दिल्ली। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में लॉकडाउन ना हटाने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र से जल्दबाजी में लॉकडाउन ना हटाने का उनका फैसला सही है और वो इसपर मजबूती से कायम हैं। इसके साथ ही उद्धव ने कहा कि जो लोग लॉकडाउन हटाने की मांग कर रहे हैं, क्या वो लोग कोरोना वायरस से हो रही मौतों की जिम्मेदारी लेंगे। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में लगातार लॉकडाउन जारी रखने को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।
‘अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाना जरूरी’ लॉकडाउन को लेकर हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी उद्धव ठाकर से कहा था कि वो राज्य में कारोबार और उद्योग धंधों से संबंधित प्रतिष्ठानों को खोलने की प्रक्रिया शुरू करें। शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए गए इंटरव्यू में सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोनो वायरस के साथ चलना आसान काम नहीं है और इसके लिए अर्थव्यवस्था व जनता के स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाना बहुत जरूरी है।
धीरे-धीरे प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे- उद्धव उद्धव ठाकरे ने इंटरव्यू में कहा, ‘बहुत सारे ऐसे स्मार्ट लोग हैं, जो लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं… ठीक है, हम आपके लिए सब कुछ खोल देंगे, लेकिन दुर्भाग्य से अगर उसके बाद लोग कोरोना वायरस से मरते हैं, तो क्या आप जिम्मेदारी लेंगे? हमें सभी कुछ खोलने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन क्या वो लोग जिम्मेदारी लेंगे? मैं अब ‘लॉकडाउन’ शब्द का इस्तेमाल नहीं कर रहा हूं। हालांकि मैं यह नहीं कहूंगा कि हम लॉकडाउन हटा रहे हैं लेकिन धीरे-धीरे प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे। और, मेरी कोशिश है कि एक बार किसी गतिविधि को खोलने के बाद उसे फिर से बंद करने की जरूरत ना पड़े।’
राज्य में कोरोना वायरस के कुल केस 357117 इस बीच शनिवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डोंबिवली में एक कोविड केयर सेंटर और एक टेस्टिंग लैब का भी उद्घाटन किया। आपको बता दें कि पूरे देश में महाराष्ट्र कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में कोरोना वायरस के कुल केस 3,57,117 तक पहुंच चुके है, जिनमें से 1,99,967 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं, कोरोना वायरस के कारण अभी तक राज्य में 13,132 लोगों की जान गई है।