भारतीय रेलवे ने कहा कि नई ऑक्सीजन की ढुलाई एक बेहद गतिशील प्रक्रिया है और हर समय आंकड़े अपडेट किए जा रहे हैं. देर रात से लदी हुईं अतिरिक्त ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों द्वारा अपना सफर शुरू करने का अनुमान है।
देश में कोरोनावायरस का प्रकोप फैला हुआ है. इस बीच भारतीय रेलवे ऑक्सीजन सप्लाई के लिए लगातार एक्सप्रेस ट्रेनें चला रही है ताकि अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जान बचाई जा सके. रेल मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों ने देशभर में 727 से ज्यादा टैंकरों के माध्यम से लगभग 11800 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की है. उसने कहा कि सभी समस्याओं से पार पाने और नए समाधान खोजने के लिए भारतीय रेल देश भर में तरल मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की सप्लाई के जरिए राहत पहुंचाने के अपने सफर को जारी रखे हुए है.
रेलवे मंत्रालय ने कहा कि अभी तक 196 ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपना सफर पूरी कर चुकी हैं और विभिन्न राज्यों को राहत पहुंचा चुकी हैं. 43 टैंकरों में 717 एमटी से ज्यादा एलएमओ लेकर 11 भरी हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस अपने गंतव्य की राहत पर हैं. बीते कुछ दिन से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें प्रति दिन लगभग 800 एमटी एलएमओ की सप्लाई कर रही हैं.
इन राज्यों को रेलवे ने सप्लाई की है ऑक्सीजन
उसने बताया कि भारतीय रेल जरूरत वाले राज्यों को कम से कम संभावित समय में ज्यादा से ज्यादा एलएमओ की सप्लाई के लिए प्रयासरत है. ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों के जरिए 13 राज्यों उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश को ऑक्सीजन राहत पहुंचाई गई है.
आगे बताया कि अभी तक महाराष्ट्र को 521 एमटी, उत्तर प्रदेश को लगभग 2979 एमटी, मध्य प्रदेश को 498 एमटी, हरियाणा को 1507 एमटी, तेलंगाना को 653 एमटी, राजस्थान को 97 एमटी, कर्नाटक को 481 एमटी, उत्तराखंड को 200 एमटी, तमिलनाडु को 440 एमटी, आंध्र प्रदेश को 227 एमटी, पंजाब को 81 एमटी, केरल को 117 एमटी और दिल्ली को 3978 एमटी से ज्यादा ऑक्सीजन की सप्लाई की जा चुकी है.
ऑक्सीजन की ढुलाई एक बेहद गतिशील प्रक्रिया
रेलवे ने कहा कि नई ऑक्सीजन की ढुलाई एक बेहद गतिशील प्रक्रिया है और हर समय आंकड़े अपडेट किए जा रहे हैं. देर रात से लदी हुईं अतिरिक्त ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों द्वारा अपना सफर शुरू करने का अनुमान है. रेलवे ने ऑक्सीजन सप्लाई वाले स्थानों के साथ विभिन्न रूटों की पहचान की है और राज्यों की बदलती जरूरतों के साथ खुद को तैयार कर रही है. राज्यों ने एलएमओ की आपूर्ति के लिए भारतीय रेल को टैंकर उपलब्ध कराए हैं।