उत्तर प्रदेश के इटावा जिले मे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भले ही जोरदार जीत का परमच लहराया, लेकिन पार्टी के पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया को बड़ा झटका लगा है क्योंकि उनको पूरा परिवार चुनाव पराजित हो गया है. महेवा विकास खंड की तीन ग्राम पंचायतों से बीडीसी सदस्य पद के लिए समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया की पत्नी, पुत्री और पुत्रवधू को हार का सामना करना पड़ा.
ब्लॉक प्रमुख महेवा एससी सीट होने के बाद सपा के कद्दावर नेता एवं पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया ने अपनी पत्नी वीनेश कठेरिया को ग्राम रतनपुर से बीडीसी प्रत्याशी बनाया था. उन्हें यहां पर ज्ञानश्री पत्नी जगदीश दोहरे ने 150 से पराजित किया. वहीं इसी तरह पुत्रवधू पूजा कठेरिया को मुडैना खुर्द कला से प्रत्याशी बनाया था. यहां से भी प्रवलप्रताप ने 150 मतों से उनकी पुत्रवधू को पराजित किया. पूजा कठेरिया पूर्व में जिला पंचायत सदस्य भी रह चुकी है. उनके पति कमलेश कठेरिया सपा से भर्थना विधानसभा से सपा के प्रत्याशी रह चुके हैं.
इसी तरह पूर्व सांसद के पुत्री शैलशिखा कठेरिया ने सुनवर्सा भटपुरा से भी अपनी किस्मत आजमाई थी, तो यहां पर सपा नेता जितेन्द्र दोहरे की पत्नी पवित्रा देवी ने 150 मतों से करारी हार दी. जितेंद्र दोहरे कभी बसपा के जिलाध्यक्ष भी रहे है लेकिन पिछले साल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के समक्ष दीपावली के मौके पर अन्य नेताओ के साथ समाजवादी पार्टी मे शामिल हो गये थे.
इन तीनों सीटों से सपा के पूर्व सांसद प्रेमदास कठेरिया की कुनबा हारने के बाद ब्लाक प्रमुख बनने पर संकट के बादल मडरा गये हैं. जब कि उनकी पत्नी वीनेश कठेरिया सपा की ब्लॉक प्रमुख पद पर काबिज रह चुकी हैं. अब इस महेवा ब्लाक प्रमुख सीट पर सुनवर्सा भटपुरा से जीती पवित्रा देवी की मजबूत दावेदारी सपा से मानी जा रही है, लेकिन फिर भी इस बात को ध्यान मे रखना होगा कि पार्टी की ओर से क्या संकेत मिलता है इसका हर किसी को इंतजार रहेगा.
प्रेमदास कठेरिया इटावा मे समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं में एक रहे है. कभी प्रेमदास महेवा के ब्लॉक प्रमुख रहे उसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष बने उसके बाद इटावा के सांसद तक की कुर्सी पर काबिज हुए. वर्ष 2019 के चुनाव में उनके बेटे कमलेश कठेरिया सपा-बसपा गठबंधन से इटावा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी रहे लेकिन भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो.रामशंकर कठेरिया के मुकाबले पराजित हो गए.