राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal: बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रचंड जीत के बाद पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक कीं। तृणमूल मुख्यालय में आयोजित बैठक के दौरान पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने ममता को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना। बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के महासचिव व राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने बताया कि बैठक में निर्णय हुआ है कि आगामी पांच मई, बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह होगा। ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। मुख्यमंत्री के अलावा कैबिनेट के अन्य सदस्य भी इस दिन शपथ लेंगे। इसके साथ ही छह मई से विधानसभा का भी सत्र आयोजित किया जाएगा। इसमें सभी नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी।

चटर्जी ने बताया कि बैठक के दौरान प्रोटेम स्पीकर का भी चुनाव किया गया है। विधानसभा के निवर्तमान अध्यक्ष विमान बनर्जी को ही इस बार प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है। बनर्जी ही सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे। बैठक के दौरान ममता ने चुनाव में प्रचंड जीत के लिए बंगाल की जनता व उनका साथ देने वाले सभी लोगों का भी आभार जताया। उन्होंने कार्यकर्ताओं का भी धन्यवाद किया। साथ ही, ममता ने इस दौरान कहा कि मौजूदा समय में कोविड-19 से निपटना उनकी पहली प्राथमिकता है। ममता ने एक दिन पहले ही साफ कर दिया था कि इस बार कोविड-19 के चलते बड़े स्तर पर शपथ ग्रहण समारोह नहीं होगा।

इधर, बंगाल का संग्राम जीतने के बाद भी नंदीग्राम सीट पर हार का सामना करने वालीं बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को बड़ा आरोप लगाया है। ममता ने चुनाव परिणाम के अगले दिन नंदीग्राम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए दावा किया कि उनके साथ धोखा हुआ है। ममता ने कहा, ‘मेरे पास किसी ने मैसेज भेजा था कि नंदीग्राम के रिटर्निंग ऑफिसर ने किसी को लिखा था कि यदि उनकी ओर से रिकाउंटिंग का आदेश दिया गया तो जान को खतरा हो सकता है। चार घंटों तक के लिए सर्वर डाउन हो गया था। यहां तक कि गवर्नर ने भी मुझे बधाई दी थी। इसके बाद अचानक ही हर चीज बदल गई।’


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