कोरोना वायरस के संक्रमण को फिर से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक जारी है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक में उच्च स्तरीय समितियों की रिपोर्ट रखी जाएगी, जिन्होंने हाल ही में कोरोना प्रभावित राज्यों का दौरा किया है। इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए। ममता बनर्जी ने इसके पीछे की वजह उनकी पूर्व निर्धारित चुनावी बैठकों को बताया है।
दरअसल : देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का प्रकोप एक बार फिर तेजी से गहराता जा रहा है ऐसे में पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ होने जा रही यह बैठक बेहद अहम होने वाली है। कोरोना के प्रकोप के अलावा पीएम मोदी देश में टीकाकरण शुरू होने के बाद पहली बार मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
देश में इस साल एक दिन में सर्वाधिक 28,903 नए मामले
बता दें कि देश में कोविड-19 के एक दिन में 28,903 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,14,38,734 हो गई। इस साल एक दिन में सामने आए यह सर्वाधिक मामले हैं। आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 13 दिसंबर को 24 घंटे में वायरस के 30,254 नए मामले सामने आए थे। बुधवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से 188 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,59,044 हो गई।
77 फीसदी मरीज तीन राज्यों में
कुल सक्रिय मरीजों में सेे 77 फीसदी सक्रिय मरीज तीन राज्यों में हैं। अकेले महाराष्ट्र में 59 फीसदी और केरल में 12.24 फीसदी सक्रिय मरीज हैं। वहीं पंजाब में भी इनकी संख्या बढ़ रही है। पंजाब में अभी 5.34 फीसदी सक्रिय मरीज हैं।
मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र, पंजाब, केरल, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश में बीते सोमवार को सबसे ज्यादा मौत हुई हैं। अकेले महाराष्ट्र में ही सर्वाधिक 48 लोगों की जान गई है। हालांकि राहत की बात है कि राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, झारखंड, लद्दाख, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम, अंडमान निकोबार और अरूणाचल प्रदेश में एक भी मौत नहीं हुई है।
महाराष्ट्र में कोरोना महामारी की दूसरी लहर
महाराष्ट्र में वैश्विक कोरोना महामारी की दूसरी लहर शुरू हो गई है। लेकिन कोरोना की स्थिति चिंताजनक होते हुए भी महाराष्ट्र में कोविड-19 के नियमों का जिस तरह पालन होना चाहिए वह नहीं हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव को इस संबंध में पत्र भेजकर कड़ी नाराजगी जताई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण की ओर से महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सूबे में कोरोना की दुसरी लहर शुरू हो गई है। लेकिन कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए जरूरी उपाय अमल में नहीं लाए जा रहे हैं।
लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू बेअसर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना नियंत्रण के लिए अमल में लाए जा रहे सप्ताहिक लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू आदि को लेकर भी महाराष्ट्र सरकार की खिंचाई की है। पत्र में लिखा है कि राज्य में फरवरी महीने से ही कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी थी। लेकिन इसपर नियंत्रण के लिए जो भी कदम उठाया गया। वह प्रभावी नहीं रहा। पत्र में सुझाव दिया गया है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के घर या सोसायटियों, कंटेनमेंट जोन और कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही, बस डिपो, रेलवे स्टेशन, झुग्गी बस्तियों जैसे भीड़ वाले इलाको में रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू किया जाए और डेथ ऑडिट दोबारा शुरू हो।
राज्य में लगे कड़े प्रतिबंध
महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या 23 लाख के पार हो चुकी है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर गणना की जाए तो 50 फीसदी से अधिक कोरोना के मरीज महाराष्ट्र में है। इसको देखते हुए राज्य सरकार ने 31 मार्च तक के लिए नई गाइडलाइन जारी की है जिसमें एक बार फिर 50 फीसदी उपस्थिति का सख्त प्रतिबंध लागू किया गया है। इस तरह राज्य में वर्क फ्राम होम नए निर्देशों के अनुसार होटल, रेस्तरां, सिनेमा और मल्टीप्लेक्स में केवल 50 फीसदी क्षमता पर काम करना होगा। शॉपिंग मॉल के लिए भी कोविड प्रोटोकाल लागू रहेगा। साथ ही सभी सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक समारोहों पर भी रोक लगा दी गई है।
संक्रमण के 71 फीसदी मामले इन पांच राज्यों से आए
देश में एक दिन में सामने आए कोविड-19 के 28,903 नए मामलों में 71.10 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु से हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, नए मामलों से 83.91 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु और केरल से हैं। मंत्रालय ने बताया कि नए मामलों से केवल महाराष्ट्र के ही 61.8 प्रतिशत मामले हैं, जहां 24 घंटे में 17,864 नए मामले सामने आए। वहीं, केरल में 1,970 और पंजाब में 1,463 नए मामले सामने आए।