फिरोजाबाद। प्रदेश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुये सरकार से लेकर जिला प्रशासन तक रोकथाम के लिये गंभीर बना हुआ है। सरकार द्वारा दो दिन का वीकेंड लाॅकडाउन लगाया गया है तो जिला प्रशासन ने जनपद में आंकडा 500 होने पर नाइट कफ्र्यू घोषित कर दिया है। लेकिन जनपद के दुकानदार नाइट कफ्र्यू को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे है। रात्रि में दस-दस बजे तक दुकाने खुली देखी जा रही है।
जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या की तस्वीर हर रोज डरावनी होती जा रही है। संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 678 पर पहुंच गया है। वहीं जिले में 637 सक्रिय केस है तो 41 केस अन्य जनपदों में बने हुये है। लेकिन सक्रिय केसों का आंकड़ा 500 पार होते ही प्रशासन द्वारा नाइट कफ्र्यू की घोषणा कर दी गई थी। सुहाग नगरी में रात्रि के समय दुकानदार नाइट कफ्र्यू का पालन करते नहीं दिख रहे है। चाहे रामलीला चैराहा, कोटला रोड, जलेसर रोड, हनुमान गंज मार्ग, बोद्याश्रम रोड, आर्य नगर के अलावा अन्य स्थानों पर नाइट कफ्र्यू का पालन होता नहीं दिख रहा है। कुछ दुकानदार तो रात्रि में दस-दस बजे तक दुकाने खोले बैठे दिख रहे है। न उन्हें प्रशासन का डर है न ही पुलिस का। वह बेखौफ बने हुए है। साथ ही गली-मोहल्लों में तो दुकाने काफी देर तक खोली देखी जा रही है।
संक्रमित मरीजों का मीटर बढ़ने के साथ ही जमाखोर सक्रिय
बेकाबू होते कोरोना के बीच जमाखोरी वाले भी सक्रिय हो गये है। लाॅकडाउन की आंशका के चलते उन्होंने सामान रोकना शुरू कर दिया है। खाद्य पदार्थ की कीमते भी आसमान छू रही है। जिसके चलते लोग कराहा रहे है। वहीं बाजारों में तंबाकू के दाम भी बेकाबू दिखाई देने लगे है। लोगों को तंबाकू का पांच वाला छह रूपये व दस वाला 12 रूपये में पाउच मिल रहा है। बेखौफ बेचते दुकानदारों को कार्यवाही का डर भी नहीं दिख रहा है।