फिरोजाबाद। वर्ष 2020 में जिन चिकित्सकों को कोरोना योद्धा के रूप में लोगों ने सम्मान दिया। वर्ष 2021 में उन्हीं चिकित्सकों के साथ मारपीट और अभद्रता हो रही है। दरअसल, लापरवाही के चलते मरीजों का बुरा हाल है। इसके चलते तीमारदार और चिकित्सकों के साथ अभद्रता और मारपीट हो रही है। मंगलवार को एक मरीज की मौत होने के बाद परिजनों ने तोड़फोड़ करते हुए चिकित्सकों से अभद्रता कर दी।
पहला मामला जिला अस्पताल के वार्ड नंबर चार का है। इस वार्ड में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की हालत गंभीर होने पर भर्ती कराया गया था। परिजनों के मुताबिक इलाज न मिलने के कारण उनकी मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने ब्लड प्रेशर नापने की मशीन तोड़ दी और स्टाफ के साथ भी जमकर अभद्रता की। परिजनों का आरोप था कि समय से उन्हें इलाज नहीं मिला, इसलिए उनकी मौत हो गई। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि मरीज की हालत सीरियस थी। इलाज करने के बाद भी उनकी मौत हो गई तो इसमें उनका क्या दोष। बाद में पुलिस के पहुंचने पर परिजन शव लेकर चले गए। वहीं दूसरा मामला मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड का है। तीमारदार पवन कुमार का कहना था वह अपनी माताजी को दिखाने आये थे पहले इमरजेंसी ले गए थे फिर वहां से यहां ट्रांसफर कर दिया गया। अस्पताल में पहले तो बेड ही नहीं दे रहे थे। बाद में बेड का इंतजाम हुआ तो आॅक्सीजन देने से इंकार कर दिया। तीन घंटे तक उनकी माताजी मरणासन्न अवस्था मे तड़पती रहीं थी। लेकिन यहां के स्टाफ ने न कोई इंजेक्शन दिया और न कोई टेबलेट। परिजनों के मुताबिक मरीज का नाम गुड्डी देवी पत्नी चंद्रपाल निवासी किशन नगर थाना उत्तर है। इसे लेकर परिजनों ने हंगामा किया। वहीं, स्टाफ नर्स मंजू का कहना था कि इलाज करने के बाद भी परिजन गाली गलौज कर रहे थे। प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक कुमार के साथ पुलिस फोर्स पहुंचा। तब जाकर मामला शांत हो सका।