फिरोजाबाद। सुहागनगरी में नवरात्रि के तीसरे दिन मां के भक्तों ने देवी स्वरूप मां चंद्रघंटा की विधि विधान से पूजा अर्चना की। भक्तों ने भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुये मातारानी के समक्ष हाजिरी लगा माथा टेक आर्शीवाद लिया।
गुरूवार को भक्तों ने देवी स्वरूपा मां चंद्रघंटा को केसर और केवड़ा जल से स्नान कराया। मां को सुनहरे या भूरे रंग के वस्त्र पहनाएं और खुद भी इसी रंग के वस्त्र पहन कर मां को सफेद कमल और पीले गुलाब अपर्ण कर भोग लगाया। मां चंद्रघंटा आध्यात्मिक शक्ति, आत्मविश्वास और मन पर नियंत्रण करने वाली देवी है। मां चंद्रघंटा के मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र विराजमान है। इसी कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। मां चंद्रघंटा शेर पर सवारी करती हैं और इनके दस हाथों में अस्त्र-शस्त्र हैं। मन, कर्म, वचन शुद्ध करके पूजा करने वालों के सब पाप खत्म हो जाते हैं। मां के इस रूप की सच्चे मन से पूजा करने से रोग दूर होते हैं। भक्तों ने रामलीला स्थित कैलादेवी, कोटला रोड माता मंदिर, कोटला रोड, जलेसर रोड, सुहाग नगर के अलावा देहातों में भक्तों ने मातारानी के दर्शन कर आर्शीवाद लिया। साथ ही मातारानी से इस महामारी के खत्म करने की प्रार्थना की।