फिरोजाबाद। सुहागनगरी को स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन लाने के लिए नगर निगम भरपूर्ण प्रयास कर रहा है। लेकिन अपनी छवि धूमिल होने से नहीं बचा पा रहा है। गुरूवार को सत्ताधारी दल के पार्षदों ने टेंडरों को मैनेज करने का आरोप लगाते हुये निरस्त करने की मांग की हैं। उन्होंने लाखों-करोड़ो रूपए की धनराशि गवन किये जाने की बात भी कही है।
भाजपा पार्षदों ने एक होटल में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि 15 वे वित्त के कार्यों को सपा से जुडे हुए ठेकेदारों की बैठक बुलाकर करीब 158 कार्यों के टेंडरों को छोटे-बड़े करके मंैनेज कर लिया गया है। लाखो, करोड़ो रूपये की धनराशि का बंदरबांट किया जा रहा है। पूर्व में जो टेंडर स्वीकृत किये गये थे उनसे स्पष्ट है कि दो प्रतिशत से लेकर पांच प्रतिशत तक बिलो (कम) डाले गये थे। लेकिन नगरायुक्त को संज्ञान में दिया तो उन्होंने तत्काल रूप से उनके प्रतिशत को बढ़ा दिया गया। क्योंकि 14 वें वित की धनराशि को 31 मार्च 2021 तक समाप्त कराने का आदेश था। उक्त टेंडरों को मैनेज करने में बड़े ठेकेदारों द्वारा अधिकारियों के इर्द-गिर्द बने रहकर छोटे ठेकेदारों को प्रभावित करते है और उनके झांसे में लेकर दबाब बनाते है। पार्षदों के बीच में बैठकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते है। पार्षदों ने कहा कि टेंडर निरस्त करके पुनः टेंडर निकाले जाएं। नगर निगम केवल निर्माण कार्यों को छोड़कर अन्य समस्याओ पर भी ध्यान दे। स्मार्ट सिटी की कार्य योजना को बार-बार पूछने पर पार्षदों के बीच में नहीं लाया गया। नगर निगम के कर विभाग द्वारा नियमित रूप से एक तरफ से भवन व दुकानों एवं समस्त प्रतिष्ठानों को नियमित रूप से एक तरफ से सूचीबद्ध नहीं किया गया है। जिस कारण कर विभाग की मिलीभगत से निगम को घाटा हो रहा है। डोर-टू-डोर व्यवस्था में उच्च अधिकारियों की ढ़ील-ढाल से योजना क्रियान्वित नहीं हो पा रही है। साथ ही कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पा रहा है। आरोप लगाते हुये कहा कि उपसभापति योगेश शंखवार द्वारा नगर कार्यकारिणी को भ्रमित करके बैठक के दौरान एजेंडे के विपरीत प्रस्तावों को रखकर अपने व अपने निजी पार्षद साथियों के स्वार्थों को पूरा करने के लिये लेखाधिकारी विभाग, जलकल विभाग व अन्य विभागों में कुटेशन की फर्जी पत्रावली बनाकर लाखों रूपयों का गबन कर रहे है और अपने आप को भाजपा का उपसभापति बता रहे है। जबकि उल्लेखनीय है कि विगत दो दिन पूर्व फार्म हाउस पर बैठकर सपा नेताओ से साजिश रचते हुये एक वीडियो वायरल हुआ है। उन्होंने कहा कि विदित है कि निगम में एक सपा का ठेकेदार के पिता नगर निगम की करोड़ो की गबन के मामले में प्रशासन व शासन में चल रही जांच में अधिकांशतः दोषी है। उक्त ठेकेदार को निगम के कार्यों का भुगतान अन्य ठेकेदारो से पहले किया जाता है। पार्षदों ने कठोर कार्यवाही करते हुये टेंडर को निरस्त किये जाने की मांग की। वार्ता के दौरान कृष्णमुरारी अग्रवाल, पूनम शर्मा, विमला सिंह जादौन, रेखा यादव, फूलमाला राठौर, मोहित अग्रवाल, शंशीकांत शर्मा आदि मौजूद रहे।