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फिरोजाबाद। थाना दक्षिण पुलिस व क्राइम ब्रांच टीम ने दो मासूमों का अपहरण करने के मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने के साथ ही महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सभी को जेल भेजा है।
एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि थाना दक्षिण क्षेत्र के भीम नगर से रविवार की दोपहर खेलते समय दो मासूम योगेश (4) व कुनाल (6) अचानक लापता हो गये थे। पुलिस को दोनों मासूमों के अज्ञात व्यक्तियों द्वारा अपरहण की सूचना प्राप्त हुई थी। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों की मदद से दोनों मासूमों को रविवार की रात मात्र छह घण्टें के अन्दर ही सकुशल बरामद कर लिया गया था। किन्तु अपहरणकर्ता मौके का फायदा उठाकर बच गये थे।
उन्होंने बताया कि थाना दक्षिण प्रभारी सुशांत गौड व क्राइम ब्रांच प्रभारी कुलदीप सिंह, एसओजी प्रभारी देवेन्द्र शंकर पाण्डेय पुलिस टीम के साथ गस्त पर थे तभी मुखबिर से सूचना मिली कि दोनों मासूमों का मुख्य अपहरणकर्ता अभय जादौन पुत्र स्व. लक्ष्मण प्रसास सरस्वती कुंज, गोविन्दपुर, थाना गोविन्द नगर, मथुरा अपने साथी से मिलने हिमायूंपुर आने वाला है। जव पुलिस को मुख्य अपहरण कर्ता सीएल. जैन काॅलेज से हिमायूंपुर को जाने वाले रास्ते पर स्पैलण्डर बाईक पर आता हुआ दिखाई दिया। तो पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया। जिस पर अपहरणकर्ता ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फाॅयर किया। पुलिस ने अपहरणकर्ता को उसके पैर में गोली लगने के उपरान्त पकड़ लिया। पुलिस ने अपहरण की घटना में शामिल हिमांशू धाकरे पुत्र दरब सिंह धाकरे मौहल्ला धाकरान, थाना नाई की मण्डी, आगरा, सतीश चन्द्र पुत्र जगदीश प्रसाद, बब्लू राना पुत्र ओमप्रकाश व उसकी पत्नी रीता राजपूज निवासीगण भीमनगर, थाना दक्षिण को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी के कब्जे से एक तमंचा, कारतूस, मोटर साईकिल आदि बरामद की है। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार मुख्य अपहरणकर्ता अभय जादौन से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसके माता-पिता की मृत्यु बचपन में ही हो गयी थी। तदोपरान्त वह ग्लोरी स्कूल सिकन्दरा के मालिक के यहां रहकर चपरासी का कार्य करते हुये इण्टरमीडिएट तक शिक्षा ग्रहण किया और उसी स्कूल में पढ़ाने वाली एक अध्यापिका से मई 2020 में शादी कर ली। शादी के दौरान कई लोगों से पैसे उधार लिये जो अपने पैसे वापस मांग रहे थे और इसके पास वापस करने को पैसे न होने के कारण उसने यह बात अपने बचपन के दोस्त हिमांशू धाकरे को बताई तो हिमांशू ने इससे किसी बच्चे का अपहरण कर फिरौती की सलाह दी। अभय द्वारा पूछा गया कि बच्चे को अपहरण के बाद कहाॅं छुपाया जायेगा और फिरौती कैसे वसूली जायेगी, तो हिमांशू ने बताया कि तुम बच्चे अपहरण कर के ले आओ उसके बाद का सारा काम हम कर लेगें। इसके बाद अभय फिरोजाबाद आया और उसने भीम नगर गली न0-02 के रहने वाले सतीश चन्द्र पुत्र जगदीश प्रसाद से सम्पर्क कर पूरी योजना को बताया। तो सतीश भी अपहरण की योजना में शामिल हो गया और उसने पड़ोस में रहने वाली रीता राजपूत पत्नी बब्लू राना व बब्लू राना पुत्र ओमप्रकाश को यह बात बताई और उन्हें अपने मकान में एक कमरा देने के लिये कहा जिस पर यह दोनो राजी हो गये और बिना किसी किराये के एक कमरा दे दिया। इन सभी के द्वारा योजना बनाई गयी कि बच्चों को लेकर अभय आगरा चला जायेगा फिर हिमांशू, रीता राजपूत के मोबाईल नं. पर काॅल कर के फिरौती की माॅग करेगा। जिसके बाद अभय ने मकान के सामने रहने वाले योगेश पुत्र विपिन (3) व कुनाल पुत्र प्रेम चन्द्र, (5) निवासी भीमनगर, गली नम्बर 2, थाना दक्षिण, फिरोजाबाद को टाॅफी, कंचा व खाने-पीने के सामान रोजाना देकर उनसे हिल-मिल गया और 31 जनवरी को मौका मिलते ही दोनों मासूमों को लेकर आगरा पहंुचा और अपने दोस्त हिमांशू को बुला लिया, हिमांशू ने आकर दोनों बच्चों सहित अभय को मोटर साईकिल पर बैठाकर बच्चों को रखने के लिये कई जगह तलाश किया परन्तु सही ठिकाना नहीं मिल पाया। इन लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया और भगवान टाॅकीज के पास चैकिंग व पुलिस की गाड़िया देखकर डर गये व बच्चों को वहीं छोड़कर भाग गये थे।