शिकोहाबाद। स्टेशन रोड स्थित स्वामी नगर नहर वाली माता के मंदिर परिसर में शनिवार को नवरात्र में बेटियों के प्रति दिखाई जाने वाली आस्था नवरात्र रामनवमी के दिन शिवा पर्यावरण कृषि एवं महिला उत्थान सेवा समिति के तत्वाधान में जानो बेटी का मोल पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संस्था सचिव राम प्रकाश गुप्ता ने कविता के माध्यम से विचार व्यक्त किए। लक्ष्मी नहीं घर में होंगी घर घर को कौन बनाएगा, वोलो बेटी की हत्या अगर होगी ,तो रोटी कौन खिलाएगा पार्वती सुत वालों चारों धाम कहां से लाओगे कौशल्या जन्म नहीं लेगी,तो राम कहां से पाओगे आज नवरात्र में बेटियों को रोली-चावल का तिलक कर पूजा जा रहा है। बेटियों के प्रति यह श्रद्धा आम दिनों में भी रहनी चाहिए। राम-कृष्ण की धरती पर बेटियों को देवी के रूप में पूजा जाता है। वहीं कुछ लोग जन्म लेने से पहले ही कोख पलने से पहले ही हैं। कन्या भ्रूण परीक्षण कराते है आने वाले दिनों में कन्याओं के पूजने का संकट पैदा हो जाएगा। कैसी आस्था और कैसा विश्वास कि एक हाथ से कन्या पूजन का पूजन वही दूसरे हाथ से कन्या भूण हत्यां। नारी के विविध रूपों मे कन्या, युवती, पुत्रवधु, पत्नी, माता-बहिन आदि के बिना हम परिवार की कल्पना नही कर सकते है और जब कन्या भूण हत्या का सिलसिला अनवरत चलता रहेगा तो कहाॅ से आयेगी कन्यायें, कैसे होगा आने वाले समाज का सृजन। इस अवसर पर चॉदनी, राघिका, मुस्कान, अंजली, प्रिया, रोशनी, अंजू, प्रियंका, विशाखा, कंचन सिंह, राकेश जैन, नरेन्द्र मिश्रा, पुष्पेंद्र प्रताप सिंह, नीरज राजपूत, दीपक शुक्ला, नाहर सिंह भदौरिया, पीके यार, देवेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।

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