जिलाधिकारी रमेश रंजन ने आज सैलई स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया, इस प्लांट की स्थापना सन 2008 में की गई थी, इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 120 एमएलडी है, निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि पानी की टीडीएस व पीएच वैल्यू मानक के अनुरूप है विगत कुछ दिनों से यहां के लोगों को पेयजल समुचित तरीके से उपलब्ध नहीं हो पा रहा था यहाँ प्लांट की विद्युत आपूर्ति वाधित थी क्योंकि विद्युत सप्लाई का इंसुलेटर का फ्यूज उड़ गया था, इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी समस्या दोबारा ना हो, इसके लिए नगर निगम और विद्युत विभाग संयुक्त रूप से आपातकाल के लिए समांतर विद्युत की व्यवस्था करेंगे, जिससे मुख्यतः विद्युत के बाधित होने पर यहां विद्युत की आपूर्ति हो सके।
जिलाधिकारी ने इस दौरान पानी की गुणवत्ता परखने हेतु प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने निर्देशित किया कि पानी की गुणवत्ता की जांच टीडीएस व पीएच मीटर से कराई जाए जो की सही पाई गई, इसी के साथ नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि शहर के सभी वार्डों में लीकेज पाइपलाइन को तत्काल प्रभाव से ठीक कराये, जिससे पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से की जा सके।
इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार, अपर आयुक्त नगर निगम, अधिशासी अभियंता सिविल, अधिशासी अभियंता यांत्रिक, विशेष सिंह, अशोक कुमार गौतम आदि अधिकारी उपस्थित रहे