फिरोजाबाद/18 दिसम्बर /सू0वि0
उन्होने कहा कि वहीं समाज और राष्ट्र आगे बढ़ सकता है, जिसमें महिलाओं की समान भागीदारी होती है: पुलिस महानिरीक्षक
जब-जब अराजकता और अन्याय का वातावरण बना है, तब-तब तक इसका बुरा असर महिलाओं और बच्चों पर ही पडा है, ऐसे कठिन समय में भी महिलाओं ने अपने आपको मजबूती के साथ सिद्ध किया है: पुलिस महानिरीक्षक
महिलाओें में स्वभाव से ही सृजनात्मकता है, कलात्मकता है, सहनशीलता है, वह उन्हे पुरूषों से कहीं ज्यादा मानसिक रूप से मजबूत बनाता है: पुलिस महानिरीक्षक
बच्चियों को सलाह देते हुए कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग सावधानी से करें, माता-पिता की आज्ञा का पालन करें, बिना मतलब सोशल मीडिया पर किसी को मित्र नही बनाए: पुलिस महानिरीक्षक
सरकार द्वारा संचालित योजनाओं, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना इत्यादि के माध्यम से बालिकाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आ रहा है: डीएम
मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक की अध्यक्षता मंे पी0एम0 श्री राजकीय इण्टर काॅलेज नसीरपुर में मिशन शक्ति 5.0 के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के अन्तर्गत एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार के अलावा इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी रमेश रंजन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य के साथ-साथ बडी संख्या में जनपद स्तरीय अधिकारियों, शिक्षकोें, शिक्षिकाओें, छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया, कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि और उपस्थित विशिष्ट अधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया, इस कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्य अतिथि पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार ने सर्वप्रथम उपस्थित बच्चियों से उन महिलाओं के बारें में जानकारी लीं, जिनका जीवन प्रेरणा स्त्रोत बना हुआ है, इसमें उन्होने अरूणिमा सिंहा की चर्चा की, जिसने दिव्यांगता के बाबजूद दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउण्ट एवरेस्ट को फतेह किया, उन्होने फाल्गुनी नायर की चर्चा की जिसने कम उम्र में ही उद्यम के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियां हासिल की, साथ ही उन्होने मलाला युसूफजई की भी चर्चा की, जिसने कर्म उम्र में ही तालिबानी सोच से लडाई लड़़ी।
उन्होने कहा कि यह कुछ ऐेसे नाम है, जिनका जीवन अदम साहस, जिजीविषा और लगनशीलता हेतु हमे प्रेरित और प्रोत्साहित करता है, उन्होने आगे कहा कि दुनिया में लड़के और लडकियों में कोई भेद नही है, उन्होने कहा कि वहीं समाज और राष्ट्र आगे बढ़ सकता है, जिसमें महिलाओं की समान भागीदारी होती है, महिलाओें की सशक्तिकरण का मतलब आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक क्षेत्र में महिलाओें की समान भागीदारी सुनिश्चित करना, उन्होने कहा कि आपको सुरक्षा शिक्षा से मिलेगी और सशक्तिकरण आत्मनिर्भरता से होगा, उन्होने कहा कि समाज में जब-जब अराजकता और अन्याय का वातावरण बना है, तब-तब तक इसका बुरा असर महिलाओं और बच्चों पर ही पडा है, ऐसे कठिन समय में भी महिलाओं ने अपने आपको मजबूती के साथ सिद्ध किया है, उन्होने कहा कि महिलाओें में स्वभाव से ही सृजनात्मकता है, कलात्मकता है, सहनशीलता है, वह उन्हे पुरूषों से कहीं ज्यादा मानसिक रूप से मजबूत बनाता है, साथ ही उन्होने वहां उपस्थित बच्चियों को सलाह देते हुए कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग सावधानी से करें, माता-पिता की आज्ञा का पालन करें, बिना मतलब सोशल मीडिया पर किसी को मित्र नही बनाए, आत्मनिर्भर बने, सशक्त बनें, साथ ही उन्होने सशक्त होने का मतलब भी बताया कि सशक्त होने का मतलब शिक्षित बनिए, तार्किक बनिए, तभी आप समाज में व्याप्त कुरितियों पर चितंन कर सकेंगे, और उसके विरोध में खडे़ हो सकेंगे, उन्होने वहां उपस्थित बच्चियों से कहा कि आप अपनी ताकत को पहचानिए, और हमारें प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के सपनों को साकार करने में अपना योगदान दिजिए, उन्होने कहा कि जीवन में बहुत समस्याऐं आयेंगी पर उससे घबराना नही है, इसका मजबूती से मुकाबला करना है, और यह सब तभी हो सकता है, जब आपको अपने पर विश्वास हो। इस दौरान उन्होने दिनकर जी की एक कविता सुनाकर वहां उपस्थित बच्चियों को प्रेरित भी किया। ‘‘मुश्किलें दिल के ईरादें को आजमाती हैं,
सपनों के परदें निगाहों से हटाती है,
हौंसला मत हार ए मुसाफिर गिर कर ठोकरें ही इंसान को चलना सिखाती है‘‘।
इस मौके पर बोलते हुए जिलाधिकारी रमेश रंजन ने कहा कि आज सरकार द्वारा संचालित योजनाओं, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना इत्यादि के माध्यम से बालिकाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आ रहा है, सरकार आज विभिन्न योजनाओें के माध्यम से महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव उपस्थित कर रहीं है।
इस मौके पर बोलते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने बच्चियों को सोशल मीडिया के मकड़जाल से बचने की सलाह भी दी, उन्होने कहा कि आप सब हेल्पलाइन नम्बरों की जानकारी रखेें, अपने साथ घटित किसी भी घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को उपलब्ध कराऐं, जिससे सही समय पर मदद आपके पास पहुंच सकें, उन्होने इस अवसर पर अपने कासगंज की नियुक्ति के दौरान घटित एक बच्ची के साथ हुई सोशल मीडिया फ्राॅड की भी कहानी सुनाई, इसके पूर्व मुख्य अतिथि को जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया, सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य ने किया। इस दौरान संेट जोन्स की बालिकाओं के द्वारा नाटिका प्रस्तुत की गयी, साथ ही कार्यक्रम की शुरूआत ‘‘बेटा आन है, बेटी गुमान है, बेटा भाग्य है, तो बेटी भाग्य विधाता है‘‘ के उद्घोष केे साथ शुरू हुआ, इस दौरान ग्राम प्रधान निहारिका, महिला उद्यमी मिथलेश भारद्वाज, उप निदेशक मिशन बेटी-बचाओ, बेटी-पढाओ श्रुति शुक्ला ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए, इस मौके पर बेसिक शिक्षाधिकारी आशीष पाण्डेय, डीपीआरओे, जिला प्रोवेशन अधिकारी, जिला पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहें।
संलग्नक फोटो
जिला सूचना अधिकारी फिरोजाबाद