18 नवम्बर, 2024 से 31 दिसम्बर, 2024 तक जनपद में किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के लिये प्रत्येक राजस्व ग्राम में कैम्प लगाये जायेगें। कैम्प लगाने के कार्य लेखपाल, एवं कृषि विभाग में कर्मचारियों के द्वारा किया जायेगा एवं सहायक मोड में पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, बीसी सखी एवं कृषि सखी को समस्त ग्रामों में तैनात किया जा रहा है। कैम्प ग्राम सचिवालय अथवा किसी सार्वजनिक स्थल पर प्रातः 9:00 बजे से लगाये जायेगें। फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने हेतु भारत सरकार द्वारा राजस्व विभाग के भूलेख के डेटाबेस को समेकित कर प्रत्येक राजस्व ग्राम के प्रत्येक समान नाम व पिता के नाम वाले कृषकों को समेकिम करते हुये ऑनलाइन बकेट तैयार कर उपलब्ध करायी गयी है। लेखपाल द्वारा इन बकेट का प्रयोग कर फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जायेगी। इस योजना में समस्त कृषकों के सभी गाटों को सम्मिलित करते हुये कृषक के आधार से लिंक कराया जायेगा। फार्मर रजिस्ट्री में किसान का नाम, पिता का नाम, स्वामित्व वाले गाटा संख्या, सहखातेदार के होने की स्थिति में गाटे में किसान का अंश, मोबाइल नम्बर, आधार संख्या, ई०के० वाई०सी० विवरण दर्ज होगा।
फार्मर रजिस्ट्री हेतु किसानों को कैम्प में अपना आधार कार्ड और आधार पंजीकृत मोबाइल नम्बर एवं खतौनी का प्रिंट आउट लेकर आना होगा। सबसे पहले वह कृषि विभाग की टीम के पास अपना आधार लेकर जायेगें जहां पर उनका ई०के०वाई०सी० एवं मोबाइल नम्बर का ओ०टी०पी०बेस्ड सत्यापन होगा। इसके बाद किसान लेखपाल के पास अपनी खतौनी और आधार लेकर जायेगें जहां पर कृषक के भूलेख विवरण को हटाने अथवा जोडने का कार्य लेखपाल के द्वारा करके फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जायेगी।
दिसम्बर 2024 से पी०एम०. किसान योजना अन्तर्गत मिलने वाली किस्त हेतु फार्मर रजिस्ट्री का होना अनिवार्य होगा इसलिये सभी कृषक की फार्मर रजिस्ट्री होना आवश्यक है। फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण हेतु किसान स्वयं अथवा जनसेवा केन्द्र के माध्यम से अपनी फार्मर रजिस्ट्री तैयार करा सकेगें।
जिलाधिकारी महोदय, द्वारा राजस्व एवं कृषि विभाग के कर्मचारियों की टीम बनाते हुये समस्त उपजिलाधिकारियों को फार्मर रजिस्ट्री का कार्य समय से पूरा करने के निर्देश दिये है। कृषि विभाग के अधिकारियों को तहसील से समन्वय स्थापित करने हेतु लगाया गया है। समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं जिला पंचायतीराज अधिकारी ग्राम प्रधानों के माध्यम से डुग्गी-मुनादी करवाकर कृषकों को कैम्प की तिथि की बारे में जानकारी प्रदान करेगें।