जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में कर करेत्तर की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, इस बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने वाणिज्यिक, स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन, आबकारी, परिवहन, बिजली, नगर निगम, खनन, विधिक माप विज्ञान, मंडी परिषद, वन विभाग, सिंचाई इत्यादि विभागों की कर वसूली के संबंध में समीक्षा की गई, जिलाधिकारी लक्ष्य के सापेक्ष कम वसूली किए जाने पर अत्यंत नाराज दिखें, उन्होंने कहा कि कार्यों में तल्लीनता दिखाएं अन्यथा कार्यवाही की जाएगी, वाणिज्यिक विभाग में वसूली केवल 42 प्रतिशत पाई गई जबकि लक्ष्य 57 प्रतिशत का था इसी तरह स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन में 43 प्रतिशत की वसूली पाई गई, आबकारी में 46, जबकि परिवहन विभाग में 45.3 प्रतिशत की वसूली पाई गई, इतनी कम वसूली पर जिलाधिकारी ने कहा कि जल्द ही कैंप लगाकर मानक को पूरा किया जाए अन्यथा कठोर कार्रवाई की जाएगी बिजली विभाग में यह पाया गया कि सरकारी विभागों पर सबसे ज्यादा वसूली बकाया है इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सरकारी विभाग जिन पर विद्युत का बकाया है उसको शीघ्र अदा करें साथ ही जिलाधिकारी ने कहा अपने प्रवर्तन दल को मजबूत बनाएं जिससे वसूली में तीव्रता आ सके, राजस्व की वसूली के संबंध में सबसे खराब प्रगति खनन विभाग की पाई गई जो केवल 29 प्रतिशत रही है, जिलाधिकारी ने कहा कि अगर कोई भी प्रवर्तन करें तो प्रवर्तन अवश्य होता हुआ दिखें, उन्होंने कहा की उम्मीद है कि अगली बार जितना भी लक्ष्य निर्धारित है उसको आप सभी लोग अवश्य पूर्ण कर लेंगे। नगर निगम में एका फरिया की वसूली की स्थिति सबसे खराब पाई गई, जिलाधिकारी ने कहा कि इस स्थिति को ठीक कर ले अन्यथा गंभीर कार्रवाई की जाएगी, परिवहन विभाग की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा की ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाये। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी विशु राजा, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कृति राज, समस्त उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।