जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में सीएम डैशबोर्ड के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई इसमें बेसिक शिक्षा, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी, उपायुक्त मनरेगा, अधिशासी अभियंता जल निगम, परियोजना निदेशक, डीआरडीए, जिला पंचायत राज्य अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी, उपायुक्त उद्योग इत्यादि विभागों की समीक्षा की गई। सर्वप्रथम जिलाधिकारी ने जल निगम विभाग की समीक्षा करते हुए इस बात पर खासी नाराजगी व्यक्त की विभाग द्वारा कार्य कराने के पश्चात सड़कों को सही नहीं कराया जाता है जिससे आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने कहा कि इन सड़कों की स्थिति को सही करा ले अन्यथा कठोरतम कार्रवाई की जाएगी, साथ ही उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों का नामांकन ज्यादा से ज्यादा बढ़ाएं साथ ही विद्यालयों को कायाकल्प से पूर्णतया संतृप्त करें दिव्यांग छात्रों का प्रमाण पत्र इत्यादि पूर्णतया बनवाएं इसमें किसी भी प्रकार का कोई अवशेष नहीं रहना चाहिए, नेडा के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि सूर्य घर योजना के तहत 286 घरों में सोलर पैनल लग चुके हैं इसमें 195 लोगों को सब्सिडी भी प्रदान की जा चुकी है, मुख्य विकास अधिकारी को उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में जीरो पॉवर्टी हेतु सर्वेक्षण का कार्य कराये, जिससे कोई भी व्यक्ति जनपद में गरीबी रेखा से नीचे नहीं रहे शासन की यह प्राथमिकता भी है, डीसी एनआरएलएम के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी बीएमएम सबसे ज्यादा खराब कार्य कर रहे हैं उनको चार्ज शीट दे, 15वें वित्त आयोग में तीन ब्लाकों में टूंडला जसराना एवं नारखी में कम खर्च होने के कारण जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को एडवर्स एंट्री देने की बात कही, फैमिली आईडी की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्य को सभी वीडियो एवं इससे संबंधित अन्य अधिकारीगण प्राथमिकता के तौर पर लें जिससे ज्यादा से ज्यादा परिवार इसकी जद में आ सके और इसका लाभ उठा सकें। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, परियोजना निदेशक एवं जनपद स्तर अधिकारी आदि उपस्थित रहे।