जिलाधिकारी ने जनपद में निर्माणाधीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं का किया औचक निरीक्षण, काम में तेजी लाने के दिए निर्देश।
जिलाधिकारी रमेश रंजन ने जनपद में निर्माणाधीन परियोजनाओं का आज औचक निरीक्षण किया। इस क्रम में सर्वप्रथम वह कलेक्ट्रेट भवन परिसर में बन रहंे पर्यटन सूचना केंद्र का निरीक्षण करने गए, जिसका निर्माण यू0पी0पी0सी0एल0 नामक कार्यवादी संस्था कर रहीं है इसका निर्माण कुल 2318.6 लाख रुपए से हो रहा है। इस योजना को सितंबर 2026 तक पूरा किया जाना है, जबकि इसकी वित्तीय प्रगति 13 प्रतिशत और भौतिक प्रगति 10 प्रतिशत पाई गई। जिलाधिकारी ने धीमी प्रगति पर अत्यंत नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने कहा कि कार्य में प्रगति लायंे इसके लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाए, जिससे इसका निर्माण ससमय पूरा हो सके, उन्होंने कहा कि अगर इस योजना का निर्माण समय से पूरा नहीं होगा, तो कार्यवादी संस्था पर कार्यवाही की जाएगी।
यहीं पर बन रहंे ग्लास म्यूजियम के निर्माण कार्य को देखने जिलाधिकारी गए, इसका निर्माण भी यू0पी0पी0सी0एल0 कर रही है। इस योजना को भी 23 जुलाई 2026 तक पूरा होना है, परंतु अभी तक इसमें 14 प्रतिशत भौतिक प्रगति पाई गई। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य गुणवत्तापूर्ण हो, ससमय हो, इसका ध्यान कार्यदायी संस्थाएंे अवश्य रखें।
इसके पश्चात् जिलाधिकारी ग्राम पंचायत गलामई शिकोहाबाद में मनरेगा योजना अंतर्गत निर्मित मॉडल तालाब देखने गए, जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि इसका निर्माण 2023 में कर लिया गया है, जिलाधिकारी ने कहा कि यहां पर चारों तरफ पेड़-पौधे लगाए जाएंे, नाव इत्यादि की यहां व्यवस्था की जाए, प्रकाश की व्यवस्था की जाए, बेंच इत्यादि का निर्माण किया जाए, जिससे यहां ज्यादा से ज्यादा लोग आ सकें, इस स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित करें।
इसके पश्चात ् जिलाधिकारी सिरसागंज में बन रहे सांस्कृतिक संकुल का निर्माण कार्य देखने गए इस परियोजना को सितंबर 2025 तक पूरा होना है, परंतु अभी तक इसकी भौतिक प्रगति 30 प्रतिशत ही बताई गई। जिलाधिकारी ने कहा कि बार चार्ट के अनुसार यहां कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि सम्बंधितों से आप बार चार्ट तैयार कराइयंे जिससे कार्य समय से पूरा हो सके, प्रोजेक्ट मैनेजर के अनुपस्थित होने पर जिलाधिकारी ने उनको चार्जशीट देने की बात कहीं, क्योंकि वह प्रायः यहां अनुपस्थित रहते हैं, साथ ही उनके कार्याें में शिथिलता दिखाई दे रहीं है।
तत्पश्चात् जिलाधिकारी आर्य गुरुकुल महाविद्यालय भी गए, जहां पर 16, 17, 18 नवंबर को स्वामी दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती पर एक विशाल धर्म सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। जिलाधिकारी ने यहां की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली तथा यहां आर्य महाविद्यालय के संबंध में भी जानकारी ली, जहां उन्हें बताया गया कि यहां 100 छात्र छात्रावासों में निवास करके अध्यनरत् हैं, यहां पर स्नातक और परास्नातक की शिक्षाएंें आर्य भाषा संस्कृत में दी जाती है, यहां के विद्यार्थी स्वामी अग्निवेश भी रहे हैं, जिलाधिकारी ने कहा इस धर्म सम्मेलन का आयोजन होना हमारे जनपद के लिए गर्व की बात है, इस आयोजन मंे दूर-दराज क्षेत्र से आए लोगों को हमारी प्राचीनता और हमारी संस्कृति के विषय में जानकारी उपलब्ध हो सकेगी, जिलाधिकारी के साथ इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, परियोजना निदेशक और उप जिलाधिकारी शिकोहाबाद व सिरसागंज आदि जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित रहें।