जिलाधिकारी रमेश रंजन की ने कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में पी0एम0 सूर्यघर योजना से सम्बंधित बैठक की अध्यक्षता की, उन्होंने वहां उपस्थित इस योजना से सम्बंधित कार्यदायी संस्थाओं हाइड्रो ग्रीन, जय बालाजी, ए0जी0जी0एस0सर्विस, सुमित जैन इंटरप्राइजेज से विस्तार से चर्चा की। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की यह महत्वपूर्ण परियोजना है, जो नागरिकों के हितार्थ संचालित है, इससे न केवल बिजली की बचत होगी अपितु नागरिकों को निर्बाध बिजली आपूर्ति भी हो सकेगी, ऐसी कार्यदायीं संस्थाएंे जैसे पवन एनर्जी, गोयल सोलर जो अपने कार्यों में बिल्कुल भी रुचि नहीं ले रही है। जिलाधिकारी ने उनके लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि इनकी रिपोर्ट शासन में भेजकर इनको ब्लैक लिस्ट करवायें। जिलाधिकारी ने इस बात पर खासे नाराज दिखें कि जिले का टारगेट 40000 सोलर लगाने का है, परंतु अभी तक 2000 ही लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि काम में प्रगति लाएं, साथ ही सब विद्युत स्टेशनों और नगर पालिकाओं में कैंप लगाकर इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार करवायें, जिससे ज्यादा से ज्यादा नागरिक इसका लाभ उठा सके।
 साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानों के साथ वेंडर का एक वर्कशॉप भी आयोजित किया जाए, जिससे इस योजना का लाभ गांव तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने सभी वेंडरोें को निर्देशित किया कि अपनी टीम बढ़ाऐं और काम में तेजी लाएं, जिससे इस योजना से जनपद के नागरिकों को लाभांवित किया जा सके। इस योजना के तहत नागरिकों को निम्न लाभ प्राप्त कराए जाएगें इस योजना के तहत प्लांट की अनुमानित लागत रू0 60000 प्रति किलो वाट है, साथ ही सोलर पैनलों की कार्य क्षमता अवधि लगभग 25 वर्ष है, 3 किलोवाट का प्लांट मात्र रुपए 1800 की आसान ईएमआई पर लगवाए जाएगें, मात्र 7 प्रतिशत की ब्याज दर पर बैंक लोन उपलब्ध होगा, सोलर प्लांट कमिश्निंग के उपरांत सब्सिडी डीबीटी द्वारा सीधे लाभार्थी के खाते में जाएगी, बिजली बिल में दो तिहाई तक की बचत होगी, यूपी नेडा में पंजीकृत वेंडर के माध्यम से ही सोलर रूफटॉप प्लांट लगवाएं, वेंडर का चयन ध्यान पूर्वक करें। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, जिला विकास अधिकारी, पी ओ नेडा सहित सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहें।

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