सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु ज्यादा से ज्यादा जागरूकता फैलाई जाए : जिलाधिकारी
सड़क दुर्घटनाओं में पीड़ित पक्ष को तत्काल आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाए।
जनपद में ब्लैक स्पॉटों की पहचान सुनिश्चित की जाए जिससे दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र की पहचान की जा सके और दुर्घटनाओं को रोका जा सके :
जिलाधिकारी
जनपद में जितने भी अवैध कट हो उन्हें तत्काल बंद किया जाए : जिलाधिकारी
सड़क सुरक्षा समिति की तृतीय बैठक कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में ब्लैक स्पॉटों की पहचान सुनिश्चित की जाए क्योंकि ब्लैक स्पॉट वह क्षेत्र है जो दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि केवल हाईवे पर ब्लैक स्पॉटों की पहचान नहीं की जाए, बल्कि जनपद के संपूर्ण भागों में ब्लैक स्पॉटों की पहचान की जाए जिससे होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि उन लोकेशन की भी पहचान की जाए, जहां पर दुर्घटनाएं सबसे ज्यादा होती है साथ ही जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जागरूकता हेतु विशेष प्रयास किए जाएं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके उन्होंने कहा कि नुक्कड़ नाटक के माध्यम से, रेडियो के माध्यम से, होर्डिंग, बैनर, पोस्टर, पब्लिक एड्रेस सिस्टम इत्यादि के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा इस बात को प्रचारित प्रसारित किया जाए की वाहन चलाते समय किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखेंगे। साथ ही जिलाधिकारी ने कुछ बातों पर विशेष बल देने की बात कही जैसे उन लोकेशन की पहचान करना जहां सबसे ज्यादा एक्सीडेंट होते हैं, हाईवे के दोनों और इंडिकेटर एवं साईनेज अवश्य लगे हो, हाईवे पर जेब्रा लाइन अवश्य बनी हो। साथ ही साथ जिलाधिकारी ने इस बात पर विशेष बल दिया कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु के उपरांत पीड़ित पक्ष को तत्काल आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाए, उसमें किसी प्रकार का कोई विलंब ना हो। साथ ही साथ जिलाधिकारी ने कहा कि हर नागरिक हेलमेट अवश्य लगाये, इस बात का ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाए। साथ ही साथ अवैध कट जहां-जहां जनपद में है उन्हें तत्काल बंद किया जाए। साथ ही जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि स्कूली बसों की फिटनेस शत प्रतिशत पाई गई है जो भी स्कूली वाहन इस दायरे में नहीं आते थे उन पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया गया है। बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, यूपीआईडी के अधिकारी आदि सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।