सर्दी की दिक्कत होने पर निजी चिकित्सक से कराया था गर्भवती का उपचार
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को किया सील
पीएम रिपोर्ट के अनुसार पेट में थे जुड़वा बच्चे मृतक प्रीति आठ महीने की गर्भवती थी, जिसकी निजी चिकित्सक के गलत उपचार से मौत हो गई थी। मृतका के शव का पोस्टमार्टम पैनल से कराया गया। पीएम रिपोर्ट के अनुसार महिला के पेट में जुड़वा बच्चे थे। हैवी डोज और भाप लगाने से उसकी मौत हुई है।
फिरोजाबाद के थाना दक्षिण क्षेत्र में एक निजी चिकित्सक के गलत उपचार से आठ माह की गर्भवती महिला की मौत हो गई। परिजन से हंगामा करते हुए कार्रवाई की मांग की। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल को सील कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।सुहागनगर माता वाली गली निवासी राहुल की 30 वर्षीय पत्नी प्रीति आठ महीने की गर्भवती थीं। उन्हें सर्दी और बुखार की दिक्कत होने पर पति ने निजी चिकित्सक से उसका उपचार कराया था। जहां चिकित्सक ने महिला को दो इंजेक्शन लगाने के साथ ही कुछ टेबलेट भी दी थी। दवा खाने के बाद ही अचानक महिला की हालत बिगड़ गई। परिजन उसे आनन- फानन में सरकारी ट्रामा सेंटर लेकर पहुंच गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन शव को लेकर निजी चिकित्सक के यहां पहुंच गए और हंगामा काटने लगे। मामले की जानकारी पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पति राहुल ने बताया कि 6 सितंबर को निजी चिकित्सक से दवा दिलाई थी। जिससे उसकी पत्नी की मौत हुई है। थाने में तहरीर दी है। शव