स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के क्रियान्वयन तथा अनुश्रवण हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्वच्छता समिति के सभी सदस्यों के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में जिलाधिकारी ने इस योजना के अंतर्गत संचालित योजनाओं की सूक्ष्तम समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गांव में कहीं भी सुखा एवं गीला कचरा ना दिखें, इसके लिए सभी खंड विकास अधिकारी, ए0डी0ओ0 पंचायत इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली धनराशि का समुचित उपयोग करते हुए गांव को स्वच्छ बनाएंे। सबसे पहले उन्होंने इस बात पर बल दिया कि गांव में सुखा एवं गीला कचरे को अलग-अलग इकट्ठा करने हेतु ई-रिक्शा संचालित हो, जो हाथ से न चलकर ऑटोमेटिक हो, जिससे कचरा एवं कूड़ा संग्रहण करने में सुविधा आ सके, उसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा जा सके। साथ ही गांव में बड़े डस्टबिन लगाए जाएं जहां पर ई रिक्शा में माइक अवश्य लगा हो साथ ही जीपीएस सिस्टम लगा हो, साथ ही साथ इस योजना के संबंध में समस्त ग्राम वासियों को संपूर्ण जानकारी हेतु इस योजना के लाभों से उनके मध्य जागरूकता फैलाई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी योजना तभी सफल मानी जाती है, जब उसका फायदा आम जन तक पहुंचे, गांव में जहां जरूरत हो वही ही सोकपिट बनवाए। जिलाधिकारी ने इस कार्य में लगे सभी लोगों को प्रशिक्षण कराने की बात जिला पंचायत राज अधिकारी से कहीं, गांव में जगह-जगह पानी का ठहराव न हो इसके लिए नालांे और नालियों को साफ कराए पानी के ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था हो आर0आर0सी0 सेन्टरों के महत्व के विषय में लोगों को बताएं।
सभी खंड विकास अधिकारी दो-दो गांव को विजिट करें, इन व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराऐं। साथ ही जिलाधिकारी ने इस बात पर विशेष बल दिया कि कम्पोस्ट पिट गौशालाओं के समीप बने, जिससे गोबर की उपलब्धता आसानी से हो। उन्होंने कहा कि इसकी समीक्षा पुनः की जाएगी आप सभी अपनी जिम्मेदारियांे का निर्वहन करें जिससे इस योजना से गांव की दशा और दिशा को बदला जाए।

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