जिलाधिकारी ने कहा कि अपनी सोच का दायरा बढाए और अपनी जिम्मेदारियों को इमानदारी के साथ निभाऐं।
जिलाधिकारी ने स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से की वार्ता, साथ ही उन्होने कहा कि अपनी सोच के दायरे को बढाए और अपने काम में विविधता लाए और अपने को मुखर करें और श्रमशील बने, जिससे न केवल आपकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि समाज में आपकी एक पहचान सुनिश्चित होगी।
एकीकृत ठोस अपशिष्ट सेंटर समुचित तरीके से संचालित न होने पर जिलाधिकारी ने कसंल्टिंग इंजीनियर का वेतन रोकन के दिए निर्देश
जिलाधिकारी रमेश रंजन ने आज शिकोहाबाद के विभिन्न जनहितैषी कार्याें से जुडे़ विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया, जहां पर वह सर्वप्रथम संयुक्त चिकित्सालय गये। जहां पर उन्होने चिकित्सालय के विभिन्न कक्षों का निरीक्षण किया, वहां पर उन्होने ओ0पी0डी0, मेडिसिन, डेंगी वार्ड इत्यादि के बारेें में जानकारी ली। जिलाधिकारी को यहां दवाओं की पूर्णतः उपलब्धता मिली व डाक्टर की टीम की भी प्रषंसा उन्होने की। साथ ही उन्होने पोशण पुनर्वास वार्ड का निरीक्षण करते हुए उन्होने वहां भर्ती बच्चों के वजन और उनको दिए जाने वाले पोषण खाद्य पदार्थाें के बारेें में जानकारी ली, साथ ही उन्होने वहां उपस्थित बच्चों के संरक्षकांे को हिदायत दी कि बच्चों को पोषण युक्त आहार दिया जाए, जिससे उन्हे कुपोशण से बचाया जा सके, साथ ही बढती उम्र के साथ उनके वजन इत्यादि को भी संतुलित किया जा सके। साथ ही साथ जिलाधिकारी पोषण पुनर्वास क्रीडा केन्द्र भी गए जहां उन्होने मुुख्य विकास अधिकारी को निर्देषित करते हुए कहा कि जिला कार्यक्रम अधिकारी के माध्यम से बच्चों की संख्या बढाये जिससे बच्चें इसका लाभ उठा सके।
पश्चात् जिलाधिकारी ने नगर पालिका परिशद षिकोहाबाद में चल रहे लिगेसी वेस्ट के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया, जो 1.37 करोड़ की लागत से बन रही है, जिसकी कार्यदायी संस्था सी0एण्ड डी0एस0 हैै, इस योजना को 14.09.2024 तक पूरा होना है परंतु मौके पर निरीक्षण के दौरान इसमें काम की गति अत्यंत धीमी मिली, सोसायटी के बीच कूडे का ढेर व गन्दगी देखकर जिलाधिकारी अत्यंत नाराज दिखें साथ ही उन्होने अधिषासी अधिकारी और कार्यदायी संस्था को चेतावनी देकर कहा इस काम में अतिरिक्त मजदूर लगाकर ससमय पूरा करें, यहां पर कूडा फेकना बंद हो इसके लिए पेनल्टी का प्रावधान करें। साथ ही उन्होने सी0एण्ड डी0एस0 द्वारा किए गए कार्य की कम प्रगति पर इस पर कार्यवाही करने के भी बात कही। उन्होने कहा कि आम लोगोें के प्रति जिम्मेदारों के मन में कब सहानुभूति आएगी, अपने काम को निश्ठा के साथ पूरा करेंगे। उन्होने कहा कि अपनी सोच का दायरा बढाए और अपनी जिम्मेदारियों को इमानदारी के साथ निभाऐं।
इसके पश्चात् जिलाधिकारी ग्राम पंचायत असुआ में एकीकृत ठोस अपषिश्ठ प्रबन्धन (आर0आर0सी0) का निरीक्षण करने गये, जहां उन्होने किसान रघुवीर सिंह से वर्मी कम्पोस्ट के विषय में जानकारी ली, लेकिन यहां पर कार्य की प्रगति और कार्य को व्यव्यस्थित न देखकर एडीओ पंचायत पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि यहां पर गीला और सुखा कूडा इकटटा करने की व्यवस्था अच्छी नही हैै। साथ ही नाडेप के तहत बनने वाले खाद्य की व्यवस्था अच्छी नही होेने पर उन्होने रिजवान कसंल्टिंग इंजीनियर का वेतन रोकन के आदेश दिए। उन्होने कहा कि यह सब कार्य नही कर रहें हैं। उन्होने कहा कि जो भी कसंल्टिंग इंजीनियर अपने दायित्वों के प्रति लापरवाह है उन्हे नोटिस देकर नौकरी से निकालें। इसके बाद जिलाधिकारी असुआ गांव स्थित पंचायत भवन गए जहां पर उन्होने स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से वार्ता कीं। उन्होने ज्ञात हुआ कि यहां पर 4 सी0एल0एफ0 समूह बने है, सभी महिलाओं ने बारी-बारी से जिलाधिकारी को अपने समूह और समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की जानकारी दीं। जिलाधिकारी ने कहा कि आज सरकार के प्रयासों से पूर प्रदेश में 30 लाख लखपति दीदीयां बन चुकी है और हम सबका प्रयास होना चाहिए कि जिले में लखपति दीदीयां ज्यादा से ज्यादा बढे़। उन्होने स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपको सबसे पहले इस बात पर विचार पर करना है कि आप उन उत्पादों को चुने जिनकी बाजार में बिकने की संभावना सबसे ज्यादा है उसी पर आप ध्यान केन्द्रित करके अपना उत्पादन बढाऐ। उदाहरण के रूप में उन्होने कहा कि आॅग्रेनिक क्षेत्र को चुना जा सकता है, क्योकि आज के क्षेत्र में लोगों की सबसे ज्यादा मांग आग्रेनिक उत्पादों की है, इसलिए इसे अच्छा बाजार मिलेगा। उन्होने कहा कि अपनी सोच के दायरे को बढाए और अपने काम में विविधता लाए और अपने को मुखर करें और श्रमषील बने, जिससे न केवल आपकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी, बल्कि समाज में आपकी एक पहचान सुनिश्चित होगी। वहां उपस्थित डी0सी0एन0आर0एल0एम0 से जिलाधिकारी ने कहा कि इनके उत्पादों को बाजार मुहैया कराए और उद्योगों से लिंकअप कराए जिससे इनके उत्पादों को स्थायित्व मिलेगा।
इसके पष्चात् जिलाधिकारी ग्राम पंचायत आरौंज में स्थित स्थाई गौशाला का निरीक्षण करने गए जहां उन्होने आर0 आर0 सी0 सेण्टर को देखा लेकिन यहां पर आर0 आर0 सी0 सेण्टर समुचित तरीके से संचालित नही मिलें इससे जिलाधिकारी नाराज नजर आऐ जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

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