फिरोजाबाद में हरे-भरे पेड़ों की अवैध कटाई पर सरकार की पर्यावरण संरक्षण योजनाओं को चुनौती दे रहे लकड़ी माफिया।

सरकार पर्यावरण को स्वच्छ बनाने और पर्यावरण संरक्षण पर जोर देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। देशभर में बड़े पैमाने पर पेड़ लगाए जा रहे हैं जिन पर कई करोड़ रुपये खर्च होते हैं। इस बार भी “एक वृक्ष मां के नाम” अभियान के तहत फिरोजाबाद जिले में 80 लाख पेड़ लगाए गए हैं। लेकिन कुछ बड़े लकड़ी माफिया सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं और पर्यावरण के दुश्मन बन गए हैं।

फिरोजाबाद के टूण्डला इलाके में ऐसा ही एक नजारा देखने को मिला है। नगला खार उसायनी के पास हरे-भरे पेड़ काटे जा रहे हैं। किसी ने इन पेड़ों की कटाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। यह वीडियो वन विभाग की कार्यशैली और उनकी पेट्रोलिंग पर सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि, वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी नियमित पेट्रोलिंग का दावा करते हैं, लेकिन यह घटना इस ओर इशारा करती है कि या तो पेट्रोलिंग में लापरवाही बरती जा रही है या फिर लकड़ी माफियाओं के प्रभाव में आकर आंखें मूंद ली जा रही हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पेड़ों की अवैध कटाई से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है। अगर इसी तरह हरे भरे वृक्ष कटते रहे तो पर्यावरण संरक्षण के सारे प्रयास बेकार हो जाएंगे। सरकार और वन विभाग से मांग की जा रही है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पर्यावरण संरक्षण के प्रति सरकार की मंशा तभी सफल हो सकती है जब माफिया तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए और उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। पेड़ लगाने और उनके संरक्षण के प्रति जनजागरण भी जरूरी है ताकि लोग पर्यावरण के महत्व को समझें और उसकी रक्षा के लिए खुद आगे आएं। सरकारी प्रयास तभी सफल होंगे जब जनता का सहयोग मिलेगा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति सबकी संवेदनशीलता बढ़ेगी।

About Author

Join us Our Social Media

  • All
  • Firozabad
  • Uttar Pradesh