फिरोजाबाद/13 जुलाई/सू0वि0
प्रशासनिक न्यायमूर्ति मा0 डा० गौतम चौधरी द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का किया उद्घाटन।
परिवारिक मतभेदों को समाप्त करने वाले दम्पतियों को दिया आर्शीवाद- प्रशासनिक न्यायमूर्ति मा0 डा० गौतम चौधरी
मोटन दुर्घटना दावा अधिकरण के अधिवक्तागण के अनुरोध को सुन विचार करने का दिया आश्वासन
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा-निर्देशन में आज शनिवार को जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रशासनिक न्यायूमर्ति मा0 जज, माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद डा० गौतम चौधरी द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करते हुए किया। कार्यक्रम के अवसर पर प्रशासनिक न्यायमूर्ति माननीय डा० गौतम चौधरी जी ने राष्ट्रीय लोक अदालत के महत्व के विषय मे बताते हुए यह संदेश दिया कि कुछ ऐसे मुकदमे होते हैं जिनमें छोटे-छोटे विवाद होते हैं, ऐसे पक्षकारों को समझाने की आवश्यकता है। सामाजिक और व्यवहारिक ज्ञान का तडका न्याय व्यवस्था में जरूर लगाना चाहिए जिससे विचाराधीन मुकदमों का शीघ्रता से निस्तारण हो सके। अधिवक्ता बंधुओं को यह संदेश दिया कि जब तक यह सृष्टि रहेगी तब तक यह न्याय व्यवस्था रहेगी और तब तक वकालत चलती रहेगी और मुकदमे आते रहेंगें तथा अधिवक्ताओं को भी पक्षकारों के मध्य सुलह कराने का प्रयास करना चाहिए। उन्होने कहा कि अधिवक्तागण के लिए सदैव विद्वान अधिवक्ता का प्रयोग किया जाता है। माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने उदाहरण देते हुए यह भी कहा कि बडे-बडे उद्योपतियों की अरबों खरबों की सम्पत्तियों के विवाद भी मध्यस्थता के माध्यम से निस्तारित होते हैं। यह मध्यस्थता घर के बडे बुजुर्ग भी करते हैं।
प्रशासनिक न्यायमूर्ति माननीय डा० गौतम चौधरी ने परिवार न्यायालय में विचाराधीन मामलों में पारिवारिक मतभेदों को और विवादों को समाप्त कर दम्पत्तियों को एक साथ रहने के लिए प्रोत्साहित किया। 13 दम्पत्तियों ने आपसी मतभेदों को समाप्त कर एक दूसरे को फूलों की माला पहना कर नई शुरूआत करने का निर्णय लिया। माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने इन दम्पत्तियों को आर्शीवाद दिया। सभी जोडे आर्शीवाद प्राप्त कर हंसते मुस्कारते हुए न्यायालय से वापस अपने घर गये।
प्रशासनिक न्यायमूर्ति माननीय डा० गौतम चौधरी ने मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण भी पहुंचे जहाँ भारी संख्या में उपस्थित विद्वान अधिवक्तागण से मिले। अधिवक्तागण ने प्रशासनिक न्यायमूर्ति से मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण को न्यायालय परिसर में ही चलाये जाने का अनुरोध किया जिस पर प्रशासनिक न्यायमूर्ति माननीय डा० गौतम चौधरी ने सैद्धान्तिक रूप से शीघ्र ही इस पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।
जनपद न्यायाधीश हरवीर सिंह द्वारा प्रशासनिक न्यायमूर्ति माननीय डा० गौतम चौधरी के आगमन पर न्यायिक परिवार की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया। जनपद न्यायाधीश द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक मामलों को निस्तारित करने के लिए न्यायिक अधिकारियों को प्रोत्साहित किया। इसी क्रम में प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत न्यायालय परिसर में आम का पौधा रोपित किया। जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ न्यायिक अधिकारियों द्वारा भी आम, नीम और जामुन के पौधों का रोपण न्यायालय परिसर में किया गया।
प्राधिकरण के सचिव व अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पीयूष सिद्घार्थ ने प्राधिकरण की उपलब्धियों एवं लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम के स्थापित होने के विषय में जानकारी दी। उनके द्वारा यह जानकारी भी दी गयी कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन मामलों के लिए विशेष लोक अदालत 29 जुलाई 2024 से 03 अगस्त 2024 तक आयोजित की जा रही है। प्राधिकरण के सचिव व अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों का अपेक्षित सहयोग दिये जाने के लिए जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त किया। लोक अदालतों में मीडिया कर्मियों की विशेष भूमिका होती है वे भी प्रचार-प्रसार में अपेक्षित सहयोग देते हैं जिसके लिए मीडिया कर्मियों को भी उन्होने धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम का संचालन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सर्वेश कुमार पाण्डेय-।। द्वारा किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 161542 वादों का निस्तारण किया जिसमें अर्थदण्ड व समझौता राशि कुल मु० 177315325/- रू० है। इनमें से मुख्यतः जनपद न्यायालय द्वारा 65092 वाद, परिवार न्यायालयों द्वारा 196 वाद, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 34 वादों का निस्तारण किया गया जिसकी समझौता राशि मु० 28279000/- रू० है। राजस्व न्यायालय द्वारा 38510 वाद, बैंक द्वारा वसूली योग्य 979 वादों में 143161000/- रू० की धनराशि का सैटलमेंट किया गया। अन्य विभागों द्वारा 60588 वाद निस्तारित किये गये। पिछली राष्ट्रीय लोक अदालत की अपेक्षा इस राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला न्यायालय में लगभग दोगुने मामलों का निस्तारण सफलतापूर्वक किया गया।
जनपद न्यायालय फिरोजाबाद न्यायिक अधिकारीगण में हरवीर सिंह जनपद न्यायाधीश द्वारा 3 वाद, सुनील कुमार सिंह-।। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट सं०1 द्वारा 3 वाद, नवनीत गिरी स्पेशल जज एस.सी./एस.टी. एक्ट फिरोजाबाद द्वारा 02 वाद, मुमताज अली स्पेशल जज पोक्सो एक्ट फिरोजाबाद द्वारा 08 वाद, सर्वेश कुमार पाण्डेय-।। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट सं० 2 फिरोजाबाद द्वारा 06 वाद, इफराक अहमद अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं० 3 फिरोजाबाद द्वारा 373 वाद, अवधेश कुमार सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट नं० 1 फिरोजाबाद द्वारा 3 वाद, जितेन्द्र गुप्ता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं० 7 फिरोजाबाद द्वारा 01 वाद, नित्या पाण्डेय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट नं० 5 फिरोजाबाद द्वारा 02 वाद, राजीव सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट नं० 3 फिरोजाबाद द्वारा 04 वाद, अतुल चौधरी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी कोर्ट नं० 1 फिरोजाबाद द्वारा 04 वाद, रवि कांत यादव अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एफटीसी कोर्ट नं० 2 फिरोजाबाद द्वारा 02 वाद निस्तारित किये गये।
मजिस्ट्रेट न्यायालयों में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मिनाक्षी सिन्हा द्वारा 39448 वादों का निस्तारण, सिविल जज सी०डि० प्रेम बहादुर सिंह द्वारा 32 वादों का निस्तारण, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट निधि यादव द्वारा 1680 वादों का निस्तारण, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिकोहाबाद विनीत कुमार यादव द्वारा 1613 वादों का निस्तारण, अपर सिविल जज सी०डि० कोर्ट नं० 1 फिरोजाबाद नगमा खान द्वारा 1134 वादों का निस्तारण, सिविल जज सी०डि० एफटीसी फिरोजाबाद सुशान्त बहल द्वारा 1088 वादोंका निस्तारण, सिविल जज जू०डि० फिरोजाबाद सौम्या मिश्रा द्वारा 07 वादों का निस्तारण, न्यायिक मजिस्ट्रेट अजय सिंह द्वारा 2134 वादों का निस्तारण, अपर सिविल जज जू०डि० कोर्ट नं० 4 फिरोजाबाद निमिषा गुप्ता द्वारा 1256 वादों का निस्तारण, अपर सिविल जज जू०डि० कोर्ट नं० 1 फिरोजाबाद जावेद द्वारा 1003 वादों का निस्तारण, अपर सिविल जज जू०डि० कोर्ट नं० 2 फिरोजाबाद मनीष कुमार यादव द्वारा 1045 वादों का निस्तारण, सिविल जज जू०डि० एफ०टी०सी० कोर्ट नं० 1 सागर तायल द्वारा 1573 वादों का निस्तारण, सिविल जज जू०डि० एफ०टी०सी० कोर्ट नं० 2 स्वेता सोनी द्वारा 1000 वादों का निस्तारण, ग्राम न्यायालय टूण्डला धर्मेन्द्र सिंह यादव द्वारा 1046 वादों का निस्तारण, ग्राम न्यायालय जसराना शिरीश पटेल द्वारा 106 वादों का निस्तारण, सिविल जज जू०डि० शिकोहाबाद नेहा चौधरी द्वारा 41 वादों का निस्तारण, अपर सिविल जज जू०डि० कोर्ट नं० 1 शिकोहाबाद अमित कुमार मौर्य द्वारा 1500 वादों का निस्तारण, अपर सिविल जज जू०डि० कोर्ट नं० 2 शिकोहाबाद उदयन कुमार गौतम द्वारा 1300 वादों का निस्तारण, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम मुनेश कुमार सिंह द्वारा 2017 वादों का निस्तारण व विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय अनिल प्रताप सिंह द्वारा 2003 वादों का निस्तारण किया गया।
कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फिरोजाबाद हरवीर सिंह, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय एवं प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविन्द कुमार सिंह-।।, जिलाधिकारी रमेश रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित एवं अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) श्रीमती संगीता गौतम उपस्थित रहे।