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श्रीमान अपर पुलिस महानिदेशक महोदय आगरा जोन, आगरा द्वारा जोन स्तर पर प्रारम्भ किये गये अभियान “ऑपरेशन जागृति” के क्रम में आज दिनांक 21.12.2023 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक फिरोजाबाद के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक नगर, क्षेत्राधिकारी नगर एवं यूनीसेफ टीम के नेतृत्व में सेंट जॉन्स स्कूल, मीरा चौराहा फिरोजाबाद में ऑपरेशन जागृति के संबंध में छात्र / छात्राओं, शिक्षक / शिक्षिकाओं एवं अन्य सांभ्रांत व्यक्तियों को ऑपरेशन जागृति के प्रमुख उद्देश्यों से सभी को अवगत कराते हुए जागरुक किया गया –

ऑपरेशन जागृति के प्रमुख उद्देशयः-

▪️ युवा बालिकाओं को साइबर हिंसा के बारे में जागरुक व सचेत करना ।

▪️ पाक्सो अधिनियम के महत्वपूर्ण प्रावधानों के प्रति जागरुक व सचेत करना ।

▪️ किशोरियों के साथ स्वस्थ रिलेशनशिप व जीवनशैली पर जागरुक करना ।

▪️ महिलाओं व बालिकाओं को अपने अधिकारों व सुरक्षा के बारे में समझ व जागरुकता पैदा करना ।

▪️ समुदाय को झूठे मुकदमों से होने वाली क्षति के बारे में जागरुक करना एवं ऐसे मामलों में कमी लाना । विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा हेतु बनाये गये कानूनों का दुरुपयोग के प्रति लोगों को सचेत करना ।

प्रशिक्षित पुलिस / प्रशासन एवं अन्य विभागों की टीम द्वारा ग्राम-ग्राम जाकर महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों तथा पीडित महिलाओं/ किशोरियों की काउंसलिंग व रेफरल सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है साथ ही सोशल मीडिया एवं साइबर अपराध सम्बन्धी आवश्यक जानकारी भी प्रदान की जा रही है ।

आज दिनाँक 21-12-2023 को जनपद में आयोजित किए गये ऑपरेशन जागृति से सम्बन्धित कार्यक्रमों में . Sexual offence against Women and Child, Cyber Bulling पर विस्तृत रुप से जानकारी दी गयी-

1. Sexual offence against Women and Child – जिनमें से सबसे पहले आता है जैसे कि सामान्यतः हम लोग देखते हैं कि बालिका व महिलाओं के साथ जो अपराध व हिंसा होती है, जिस कारण समाज उसको हीन दृष्टि से देखता है या फिर कहें कि समाज द्वारा उनके साथ दोहरा व्यवहार किया जाता है। तो ऐसे में हमें उस पीड़ित बच्ची और महिला को समझना होगा, उसको सहारा देना होगा । जैसे मैं अभी आपको एक उदाहरण दूं कि एक मोहन नाम का व्यक्ति आगरा जाता है तो बस में रोहित नाम का व्यक्ति उसका पर्स चुरा लेता है। तो यहां पर पीड़ित कौन हुआ? मोहन । तो हम मोहन के साथ अपनी सहानुभूति प्रकट करते हैं। वहीं दूसरी ओर जो रोहित नाम का व्यक्ति, जिसने मोहन का पर्स चुराया था, उसके प्रति कहीं ना कहीं हमारा गलत दृष्टिकोण रहता है। जो कि ठीक है। क्योंकि रोहित ने पर्स चुराया है जो की एक चोर है इसलिए उसके प्रति समाज का दृष्टिकोण ठीक नहीं होता है। लेकिन यदि मैं आपको एक दूसरा उदाहरण दूं कि यदि किसी महिला के साथ कोई लड़का छेड़छाड़, बलात्कार या अन्य कोई अपराध करता है तो ऐसी स्थिति में हम उस लड़की को एक हीन दृष्टि से क्यों देखते हैं जबकि उसके साथ अपराध तो लड़के ने किया है। बल्कि कभी-कभी तो हमारा समाज उस लड़की को स्वीकार करने से भी कतराता है। जो कि गलत है। ऐसे में हमें उस महिला का सहारा बनना है, उसको समझाना है। क्योंकि वो लड़की जिसके साथ इस प्रकार की घटना होती है तो वो सोचती है कि मैं समाज में कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रही हूं । मेरी बहुत बेज्जती हो चुकी है । समाज मुझे हीन दृष्टि से देखेगा और तरह-तरह की बातें उसके दिमाग में आती हैं। जिसकी वजह से वह लड़की ट्रामा में चली जाती है। हमें उसको ट्रामा से निकालना है, उसकी लीगल हेल्प करनी है, ताकि वह अपने जीवन की एक नई शुरुआत कर सके और सम्मान पूर्वक अपना जीवन जियें।

2. Cyber Bulling – यहां साइबर बुलिंग से मतलब है कि सोशल मीडिया पर महिला व बालिकाओं के साथ जो अपराध होता है जैसे मान लो कि हमें किसी अंजान लड़के ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। तो हम जनरली उसको बिना जाने पहचाने एक्सेप्ट कर लेते है। अब वह लड़का हमसे मैसेज में बात करने लगता है। जबकि हम ना तो उसे लड़के का बैकग्राउंड जानते हैं, ना उस लड़के को जानते हैं और ना ही उस लड़के की इंटेंशन को जानते हैं। फिर वह लड़का हमसे बातचीत करने लगता है। हमारी सारी पर्सनल इनफॉरमेशन लेने लगता है। और धीरे-धीरे करके हम उसके ट्रैप में फंस जाते हैं और एक दिन हमें इसका बहुत बड़ा खामियाजा भूगतना पड़ता है। तो इस तरह अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट मत कीजिए। वहीं दूसरी और जो बालिकाएं या महिलाएं अपनी फोटो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करती हैं। वो भी बिना किसी प्राइवेसी के। तो कुछ अराजक तत्व उस बालिका अर्थात महिला की फोटो को एडिट करके या उस पर गंदा कमेंट डालकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करता है अर्थात वायरल करता है। जिससे उस महिला या बालिका की छवि खराब होती है। जिससे उसके दिमाग पर गलत असर पड़ता है और उसे बहुत सारी प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है। इसलिए बालिकाओं व महिलाओं को भी समझना होगा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी पर्सनल इनफॉरमेशन और फोटो तथा वीडियो को सिक्योरिटी एंड प्राइवेसी के साथ डालें। किसी भी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट या फॉलो रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट ना करें। सावधानी के साथ ही सोशल मीडिया पर एक्टिव रहे ।

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