आज दिनांक-15.10.2023 को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (30 नाॅन एन0एच0एम0 जनपदों हेतु औद्यानिक विकास की परियोजना) के अन्तर्गत दो दिवसीय किसान सेमीनार/गोष्ठी का आयोजन राजकीय पौधशाला, सिविल लाइन, फिरोजाबाद में किया गया, जिसमें कृषि, पशु पालन, मत्स्य, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, खादी ग्रामोद्योग, लघु सिंचाई, एन0आर0एल0एम0, उद्योग, नेडा आदि विभागों के साथ साथ इफको, ड्रिप/स्पिं्रकलर सिंचाई सिस्टम की कम्पनियों तथा जी0आर0एस0 बायोप्लाण्ट्स टिश्यू कल्चर लैब, सिरसागंज के द्वारा स्टाल लगायी गयी एवं प्रगतिशील कृषक श्री रघुवीर सिंह पुत्र श्री उजागर सिंह, ग्राम- न0 पऊलाल, श्री देवी दयाल पुत्र श्री चरन सिंह ग्राम- नगला केवल, श्रीमती उमा सारस्वत पत्नी श्री विनय कुमार शर्मा, ग्राम- धरमई, श्री जनक सिंह व राजपाल पुत्रगण श्री हेतराम, ग्राम- बनीपुरा के द्वारा फलों तथा जैविक सब्जियों की स्टाल लगाई गयी। किसान गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में श्री जयवीर सिंह, मा0 मंत्री, पर्यटन एवं संस्कृति, उ0प्र0 के द्वारा गोष्ठी का फीता काटकर व माॅं सरस्वती चित्रण के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर वन्दना करते हुये शुभारम्भ किया गया। डाॅ0 संजीव कुमार वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी के द्वारा सुश्री दीक्षा जैन, मुख्य विकास अधिकारी महोदया के कर कमलों से माननीय मंत्री जी को रामायण की पुस्तक भंेट करायी गयी तथा मुख्य विकास अधिकारी महोदया व श्री अभिषेक कुमार, अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0) को भी रामायण की पुस्तक भेंट की गयी। मा0 मंत्री जी के द्वारा सभी स्टालों का भ्रमण कर प्रगतिशील कृषकों के द्वारा उगायी जा रही जैविक सब्जी व फलों को देखते हुये उनकी सराहना की गयी। श्री रघुवीर सिंह के द्वारा जैविक हल्दी की खेती व श्री देवी दयाल के द्वारा ड्रैगन फूड व मौसमी उत्पादन के बारे में मा0 मंत्री जी बताया गया।
डाॅ0 संजीव कुमार वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी द्वारा बताया गया कि उद्यान विभाग को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पर ड्राॅप मोर क्राॅप-माइक्रोइरीगेशन- च्क्डब्) के अन्तर्गत ड्रिप सिंचाई- 222 है0, मिनी स्पिं्रकलर 240 है0, माइक्रो स्पिं्रकलर 120 है0, पोर्टेबल स्पिं्र्रकलर 440 है0 तथा रैनगन 280 है0 के लक्ष्य प्राप्त हुये हैं, जिस पर लघु/सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत तथा अन्य कृषकों हेतु 80 प्रतिशत अनुदान देय है। इस योजना में लाभार्थी बनने के लिए किसानों को नचउपचण्पद पोर्टल पर निःशुल्क पंजीकरण कराया जाता है, जिसके उपरान्त फर्म के द्वारा पंजीकृत कृषक के प्रक्षेत्र का भ्रमण कर उसकी मैपिंग कर पोर्टल पर अपलोड की जायेगी तथा कृषक अंश की धनराशि सीधे एस0एन0ए0 खाते में जमा कराते हुये ड्रिप अथवा स्पिं्रकलर सिंचाई सिस्टम स्थापित किया जायेगा।
इसी प्रकार राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत पपीता 5 है0 (अनुदान रू0- 23121 प्रति है0), फूलों की खेती में गैंदा लघु/सीमान्त कृषकों हेतु 10 है0 (अनुदान रू0- 16000 प्रति है0) अधिकतम 2 है0 प्रति लाभार्थी) तथा सब्जी की खेती में शिमला मिर्च 45 है0, टमाटर 30 है0, पातगोभी 25 है0, फूलगोभी 40 है0 तथा लतावर्गीय सब्जियाॅ 60 है0 के लक्ष्य प्राप्त हुये हैं, जिस पर अनुदान रू0- 20000 प्रति है0 देय है, जो अधिकतम 0.4 है0 प्रति लाभार्थी देय होगा। मसाला की खेती में मिर्च 100 है0, प्याज (रबी मौसम) 250 है0, लहसुन 50 है0 के लक्ष्य प्राप्त हुये हैं, जिस पर अनुदान रू0- 12000 प्रति है0 देय है। मौन पालन में 10 कालौनी का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिस पर रू0- 88000 प्रति लाभार्थी प्रति कालौनी अनुदान देय है।
अनुसूचित जाति के कृषकों हेतु औद्यानिक विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत कद्दूवर्गीय सब्जी खरीफ हेतु 4 है0 व जायद हेतु 4 है0, टमाटर खरीफ हेतु 3 है0 व रबी हेतु 3 है0, शिमला मिर्च रबी हेतु 8 है0 के लक्ष्य प्राप्त हुये हैं, जिसमें प्रत्येक कार्यक्रम हेतु अनुमन्य अनुदान धनराशि रू0- 37500 प्रति है0 देय है। मसाला मिर्च खरीफ हेतु 4 है0 तथा रबी हेतु 4 है0 एवं प्याज खरीफ हेतु 2 है0 का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिस पर अनुदान रू0- 27000 प्रति है0 देय है। फूलों की खेती में गुलाब देशी 1 है0 जिस पर अनुदान रू0- 90000 प्रति है0, गैंदा की खेती 1 है0 जिस पर अनुदान रू0- 36000 प्रति है0 देय है।
मौन पालन हेतु 5 यूनिट के लक्ष्य प्राप्त हुये हैं, जिसमें प्रति यूनिट रू0- 18000 अनुदान देय है। साथ ही एकीकृत नाशी जीव प्रबन्धन (आई0पी0एम0) के 5 है0 के लक्ष्य प्राप्त हुये हैं, जिस पर रू0- 3600 प्रति है0 अनुदान देय है।
डाॅ0 जितेन्द्र सिंह, सेवा निवृत प्रधान वैज्ञानिक के द्वारा फल एवं फूलों की उन्नत खेती, आलू व शिमला मिर्च उत्पादन तकनीक के बारे में तथा श्रीमती आशा यादव, अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केन्द्र हजरतपुर के द्वारा सभी महिलाओं को महिला किसान दिवस के उपलक्ष्य में फलों व सब्जियों के प्रसंस्कृत कर जैम, जैली, अचार, मुरब्बा, साॅस बनाने के बारे में जानकारी दी गयी।
डाॅ0 सुभाष चन्द्र शर्मा, उद्यान वैज्ञानिक, के0वी0के0 के द्वारा आलू की विभिन्न प्रजातियों, पोषक तत्व प्रबन्धन तथा सूक्ष्म सिंचाई के बारे में जानकारी दी।
श्री सुमित चैहान, जिला कृषि अधिकारी के द्वारा फसल अवशेष प्रबन्धन, अनाज व दलहनी फसलों के उत्पादन के बारे में जानकारी दी गयी।
सुश्री दीक्षा जैन, मुख्य विकास अधिकारी महोदया के द्वारा उपस्थित महिलाओं को शिक्षित व सुरक्षित होने के बारे में जागरूक किया गया तथा खेती में बहु आयामी तकनीकों का प्रयोग कर अधिक आय कमाने के लिए पे्ररित किया।
माननीय मंत्री जी के द्वारा महिला किसान दिवस के उपलक्ष्य में महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए पे्ररित करते हुये कहा कि महिलाओं के लिए सरकार बहुत सारी योजनाऐं चला रही है। महिलाओं को अच्छी शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए ताकि सुश्री दीक्षा जैन, मुख्य विकास अधिकारी की भाॅति अच्छे पद पर आसीन होकर देश की सेवा कर सकें। महिलाओं को किसानों के रूप में उद्यान विभाग में भी संचालित विभिन्न योजनाओं में लाभान्वित किया जाता है। जनपद के सभी किसान भाइयों को यहाॅ से लाभ लेना चाहिए। मा0 मंत्री जी ने किसानों को अच्छे किस्म के सब्जी बीजों व खाद आपूर्ति करने के लिए अधिकारियों से कहा तथा महिला किसान दिवस के उपलक्ष्य में उपस्थित सभी महिला को बधाई दी तथा तीन महिलाओं क्रमशः श्रीमती रेनू ग्राम- बैजुआ खास, वि0ख0- अराॅव, तहसील- सिरसागंज को बकरी पालन व सब्जी उत्पादन में, श्रीमती मंजू देवी ग्राम- नगला खंदारी, वि0ख0-अराॅव को महिला स्वयं सहायता समूह के सफल संचालन तथा श्रीमती गीता देवी, ग्राम- बनीपुरा, वि0ख0- हाथवन्त को आलू की प्राकृतिक खेती के लिए प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
अन्त में जिला उद्यान अधिकारी के द्वारा सभी अतिथियों, अधिकारियों तथा किसानों का आभार व्यक्त किया गया।