डीएम ने कुतकपुर चनौरा में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, सोफीपुर में एसटीपी प्लांट व रेहना नाले का किया निरीक्षण और शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के दिए निर्देश।
जिलाधिकारी डा0 उज्ज्वल कुमार ने गुरूवार को नगर निगम द्वारा संचालित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम कुतुकपुर चनौरा का निरीक्षण किया। उन्होंने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम की बिल्डिंग के अंदर जाकर वहां लगे प्लांट सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोसेसिंग सिस्टम को जाना व परखा और निदेश दिए कि तेजी से प्रोसेसिंग कर कचरे के ढेरों को समाप्त किया जाए। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने वहां पर निर्माणाधीन 250 टीपीडी वेस्ट टू कम्पोस्ट प्लांट का निरीक्षण किया। उसमें उन्होंने कार्यदायी संस्था को कार्य शीघ्र गुणवत्तापूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होने परिसर के अंदर हो रहे कार्य की गुणवत्ता को जाना और विधिवत तरीके से कार्य नही होने पर उन्होंने इंजीनियर आदेश कुमार पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि जो कार्य आपके द्वारा किया गया है परिसर मंे फर्श एवं मरम्मत का उसके अंदर काफी जगह छुट्टी हुई है, जो शटरिंग आपके द्वारा इस्तेमाल कराई गई है उसकी भी गुणवत्ता सही नहीं है, कहीं जगह ब्लॉक में दरारें है, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। इसको शीघ्र ही गुणवत्तापूर्ण कार्य करके पूरा करने के निर्देश दिए।
इसके उपरांत उन्होंने वहां पर 5 टी पी डी वेस्ट टू कम्पोस्ट संचालित प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि इस तरह के प्लांट अन्य स्थानों पर भी स्थापित कराए जाएं और इससे निकलने वाले प्रोडक्ट को मार्केट में भी सेल कराये। वहां पर उन्होंने जाना कि इससे और क्या-क्या कार्य होते हैं जिस पर जेड एस ओ ने बताया कि पेटप्लास्टिक को कम्प्रेस करके पैकेट तैयार किए जाते हैं इसके उपरांत इसको रीसायकल के लिए भेज दिया जाता है और इसमें गत्ते को भी प्रेस किया जाता है। उसके बाद उन्होंन मेटेरियल रिकवरी सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पर सारी कैटेगरी की जानकारी प्राप्त की और पूछा कि कितनी कैटेगरी में ड्राई बेस्ट को सेगरीगेट करते हो जिस पर जेड एस ओ संदीप भार्गव ने बताया कि 9 कैटेगरी में बांटा गया है जिसमें प्लास्टिक, दफिया, रबर, कांच, लोहा, अल्युमिनियम, गत्ता, लकड़ी, जूता सोल में डिवाइड किया गया है। इसके बाद उन्होंने श्रेडर मशीन कक्ष में जाकर वहां का निरीक्षण किया और जाना की इससे जो दाना निकल रहा है उसका क्या इस्तेमाल करते हैं इस पर बताया कि फाइबर चेयर, बाल्टी आदि हार्ड प्लास्टिक जैसे प्रोडक्ट रीसायकल कर तैयार किए जाते हैं। इसके बाद जिलाधिकारी ने 250 टी पी डी कचरा डलाव साइट का निरीक्षण किया उन्होंने पूछा कि इसको किस-किस तरीके से इस्तेमाल कर रहे हो जिस पर बताया कि साइंटिफिक लैण्ड फिल साइट तैयार की जाएगी जो वेस्ट निकलता है वह डम्प इंरर्ट किया जाएगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि तेजी से शहर के कचरे को मशीनरी प्रोसेसिंग के द्वारा विधिवत निस्तारित कर कचरे के ढेरों को समाप्त किया जाए। इसके उपरांत उन्होने सोफीपुर में स्थापित सीवर ट्रीटमेेंट प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने नगर निगम के अधिकारियोें को सख्त निर्देश दिए कि शहर से आने वाले नाले के गन्दे पानी को ट्रीटमेंट किए बिना यमुना में नही जानेे पाए, इसके लिए समय समय पर नगर निगम के अधिकारी सीवरेज प्लांट का निरीक्षण करते रहे। इसके उपरांत उन्होने रेहना नाले का निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होने नाले के वहाब को जाना और नगर निगम की टीम को निर्देश दिए कि नाले के वहाब को मेंटेन बनाए रखने के लिए समय-समय पर सफाई कराई जाए। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, सहायक अभियंता आर ई एस, कार्यदायी संस्था सीएण्डडीएस के इंजीनियर, नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।