जिलाधिकारी डा0 उज्जवल कुमार की अध्यक्षता में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की जिला पोषण व जिला निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में कन्वर्जेश विभाग के अधिकारीए ब्लॉक स्तरीय अधिकारीए यूनीसेफ अधिकारीए बाल विकास अधिकारी द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने बाल विकास एवं पुष्टाहार द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य सुधारने व टीकाकरण एवं कुपोषण बच्चांे को स्वस्थ्य करनाए चलाई जा रही योजनाओं की एक.एक कर प्रोजेक्टर के माध्यम से समीक्षा की गयी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में कुपोषित बच्चों की संख्या के बारें में विस्तार से जानकारी प्राप्त की और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वह अन्र्तविभागीय समन्वय स्थापित करते हुए कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान एवं प्रबन्धन व जन सहभागिता एवं पोषण साक्षरता पर पूरा ध्यान दें। उन्होने कुपोषित बच्चों की स्थिति को जानते हुए उसमें सुधार करने के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वह माहवार स्वंय 10.10 आगनबाडी केंन्द्रों का रैण्डम निरीक्षण करेंगे। इसी प्रकार से जिला कार्यक्रम अधिकारी 5 और जिला स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप से दो निरीक्षण कर सैम मैम बच्चों का परीक्षण करायेंगे। उन्होने कहा कि कुपोषित बच्चों को एनआरसी में एडमिट कराने के बाद जब वह स्वस्थ्य हो जाते है और ग्रीन श्रेणी में आ जाते है और उसके बाद भी आंगनबाडी कार्यकत्री व एएनएम उनके घर जाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करती रहेए ताकि वह फिर से सैैम मैम की कैटेगरी में न आने पाए।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के सभी विकासखण्डों में कुपोषित बच्चों की स्थिति एवं टीकाकरण की स्थिति तथा वीएचएनडी के दौरान ई.कवच एप पर अपलोड की स्थिति आदि की एक.एक कर समीक्षा करते हुए सभी एमओआईसीए बाल विकास परियोजना अधिकारी व सुपरवायजरों को निर्देश दिए कि वह एएनएम व आगनबाडी कार्यकत्रियों को लगाकर बच्चों का वजन व ऊॅचाई एवं टीकाकरण कराऐं और एप्प पर अनिवार्य रूप से अपलोड कराऐं। बैठक के दौरान उपस्थित खण्ड विकास अधिकारियों को उन्होने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी खण्ड विकास अधिकारी अपने तैनाती ब्लाॅक मुख्यालय पर ही निवास करेंए इसके लिए उन्होने अन्तिम दो दिन का मौका देते हुए निर्देश दिए कि वह दो दिन में अपनी तैनाती विकास खण्ड मुख्यालय पर अपना निवास सुनिश्चित करेंए अन्यथा की दशा में सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैनए जिला विकास अधिकारी महेन्द्र प्रताप यादवए जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हाए जिला कार्यक्रम अधिकारी धर्मेन्द्र कुलश्रेष्टए सभी प्रभारी चिकित्साधिकारीए सीडीपीओ सहित स्वास्थ्य व बाल विकास पुष्टाहार विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।