डीएम ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में खारे पानी व पैयजल की समस्या से जल्द निजात दिलाने के लिए सतही पेयजल योजना का कार्य प्रारम्भ करने के दिए निर्देश।

ग्राम स्तरीय कर्मचारी अपने ग्राम सचिवालय में बैठकर स्थानीय स्तर पर ग्रामीणों की समस्याओं को करंेगे निस्तारित -डीएम

जिलाधिकारी डा0 उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मा0 मुख्यमंत्री जी के विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों व निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, विद्युत चिकित्सा पेयजल योजना वन संबंधित, जिला पंचायत, खादी ग्रामोद्योग, पशु चिकित्सा, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, जल निगम व सेतु निगम आदि विभागों द्वारा जनपद में संचालित कार्यों की एक-एक कर गहनता से समीक्षा की। जल निगम ग्रामीण की समीक्षा के दौरान उन्होने अधिशाषी अभियन्ता जल निगम ग्रामीण को निर्देश दिए कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों मंे खारे पानी व पेयजल की समस्याऐं उनके पास आ रहीं है, इसके स्थायी समाधान के लिए सतही पेयजल योजना के कार्य को जल्द प्रारम्भ किया जाए, इसके लिए उन्होने निर्देश दिए कि जनपद में नामित कार्यदायी एजेन्सी को जल्द बुलाकर इसी माह से कार्य प्रारम्भ किया जाए और प्रगति से उन्हे अवगत कराया जाए। उन्होने जल जीवन मिशन योजना केे अन्तर्गत हर घर जल के लिए रेट्रो फीटिंग द्वारा कराए गए कार्यों व खराब गुणवत्ता के कारण ग्रामीणों के घरों तक पाइप पेयजल नही पहुंच रहा है, इसके सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने बताया कि अभी हाल ही में ग्राम प्रधानों ने लिखित शिकायत की है कि उनकी ग्राम सभा में पानी सप्लाई नही हो रही है, पाइप पेयजल योजना खराब गुणवत्ता के रैट्रो फीटिंग कार्यों के सम्बन्ध में पिछली दिशा की बैठक में क्षेत्रीय सासंद डा0 चन्द्रसैन जादौन ने भी शिकायत दर्ज कराई थी, जिसकी जांच कराई जा रही है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने एक्सईएन जल निगम ग्रामीण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होने निर्देश दिए कि जल्द ही इसकी अलग से बैठक बुलाकर समीक्षा की जाएगी और उसके अनुसार आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने ग्राम सचिवालय में ग्राम स्तरीय कर्मचारियों को रोस्टरवायज डयूटी लगाकर बैठाना सुनिश्चित करंे, इस दौरान ग्राम स्तरीय कर्मचारी स्थानीय स्तर पर जनता की समस्याओं को त्वरित गति से निस्तारित करना सुनिश्चित करेंगे, जिससे अनावश्यक ग्रामीणों को तहसील व जिला मुख्यालय तक उन्हे नही आना पडे़गा। उन्होने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा गोद लिए गए परिषदीय विद्यालय का निरीक्षण किया जाए और गुणात्मक शिक्षा व अवस्थापना सुविधाओं मंे सुधार लाए जाने के लिए सम्बन्धित को अवगत कराते हुए प्रेरणा पोर्टल पर निरीक्षण अपलोड किया जाए। बैठक में अधिशासी अभियन्ता आरईएस के अनुपस्थित रहने एवं उनके कार्याें की खराब प्रगति पर उनके विरूद्ध शासन को पत्र लिखे जाने के निर्देश दिए।
उन्होने निरीक्षण में लगाए गए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दियें कि निरीक्षण के लिए उनको दी गयी निर्माणाधीन परियोजनाआंें के कार्यांें की समयबद्धता व गुणवत्ता को मौके पर जाकर देखें और उसकी स्पष्ट आख्या जिला अर्थ संख्याधिकारी को उपलब्ध कराऐ, जिन मामलों में अंर्तविर्भागीय समन्वय की आवश्यकता हो, उन्हे तत्काल उनके संज्ञान में लाया जायें। बैठक के दौरान उन्होने सभी कार्यदायीं संस्थाओं के प्रतिनिधियों से कार्य के दौरान आ रही समस्याओं की भी जानकारी प्राप्त की तथा मौके पर ही मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुये उनका निराकरण भी कराया। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, बेसिक शिक्षाधिकारी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहें।

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