जनपद मे सम्भव अभियान के द्वारा कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान एवं प्रबन्धन तथा जन सहभागिता व पोषण साक्षरता से सभी बच्चें होंगे स्वस्थ्य।
जिलाधिकारी डा0 उज्जवल कुमार की अध्यक्षता में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग अन्तर्गत जिला पोषण व जिला निगरानी समिति के द्वारा जनपद में माह सितम्बर तक चलने वालें सम्भव अभियान को लेकर सोमवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कन्वर्जेश विभाग के अधिकारी, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, यूनीसेफ अधिकारी, बाल विकास अधिकारी द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में कुपोषित बच्चों की संख्या के बारें में विस्तार से जानकारी प्राप्त की और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वह अन्र्तविभागीय समन्वय स्थापित करते हुए कुपोषित बच्चों की समय पर पहचान एवं प्रबन्धन व जन सहभागिता एवं पोषण साक्षरता पर पूरा ध्यान दें। उन्होने कुपोषित बच्चों की स्थिति को जानते हुए उसमें सुधार करने के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वह माहवार स्वंय 10-10 आगनबाडी केंन्द्रों रैण्डम निरीक्षण करेंगे। इसी प्रकार से जिला कार्यक्रम अधिकारी 5 और जिला स्तरीय अधिकारी अनिवार्य रूप से दो निरीक्षण कर सैम मैम बच्चों का परीक्षण करायेंगे।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के सभी विकासखण्डों में कुपोषित बच्चों की स्थिति एवं टीकाकरण की स्थिति तथा वीएचएनडी के दौरान ई-कवच एप पर अपलोड की स्थिति आदि की एक-एक कर समीक्षा करते हुए सभी एमओआईसी, बाल विकास परियोजना अधिकारी व सुपरवायजरों को निर्देश दिए कि वह एएनएम व आगनबाडी कार्यकत्रियों को लगाकर बच्चों का वजन व ऊॅचाई एवं टीकाकरण कराऐं और एप्प पर अपलोड कराऐं। बैठक के दौरान बाल विकास परियोजना एका में खराब प्रगति पाये जाने पर प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी एका सरोज अग्रवाल का अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होने सभी सीडीपीओ को स्पष्ट निर्देश दिए कि नैफिड द्वारा प्राप्त टेक होम राशन को ससमय वितरण कराऐ इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, जिला कार्यक्रम अधिकारी आभा सिंह, सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी, सीडीपीओ सहित स्वास्थ्य व बाल विकास पुष्टाहार विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।