फिरोजाबाद। दाऊदयाल महिला महाविद्यालय में संगीत विभाग की छात्राओं को शासन द्वारा विविध वाद्य-यंत्र का वितरण किया गया।
महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. रेनू गुप्ता ने कहा कि संगीत हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। इसके माध्यम से तनाव ग्रस्त जीवन को एक अपूर्व आनंद की प्राप्ति होती है। लोक संस्कृति को जीवंत बनाने के लिए वाद्य यंत्रों का अपना विशेष महत्व होता है। संगीत की दुनिया में गायन वादन एवं नृत्य तीनों ही विधाओं में संगीत वाद्य यंत्रों की महती आवश्यकता होती है। गरीब एवं निर्धन छात्राएं जो लोक कला में पारंगत तो हैं, परंतु निर्धनता के कारण वे अपनी प्रतिभा को निखारने में असमर्थ हैं, शासन द्वारा लोक कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए चलाई जा रही इस योजना के तहत महाविद्यालय की छात्राओं को वाद्य यंत्र उपलब्ध कराए गए, ताकि वे इसका महाविद्यालय में संचालित कक्षाओं के अतिरिक्त अपने घर पर रह कर भी रियाज करके विविध मंचों पर अपनी प्रतिभा का बखूबी प्रर्दशन कर संगीत को एक नई दशा एवं दिशा दे सकें। उन्होंने पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय के मंत्री जयवीर सिंह का आभार व्यक्त किया है। वहीं छात्रा सोनी, रश्मि, शालिनी, प्राची, आरती, आकांक्षा, प्राची गुप्ता एवं मोहिनी यादव को तबला तथा हारमोनियम प्रदान किया गया। इस अवसर पर विभाग की अध्यक्षा डॉ रूमा चटर्जी, डॉ स्नेहलता शर्मा, डॉ अंजू गोयल, डॉ कंचन जैन, ऋषिकुमार सहित समस्त महाविद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

About Author

Join us Our Social Media