फिरोजाबाद शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए नगर निगम ने चलाया अभियान बस स्टैंड के बाहर बने नगर निगम के अस्थाई रेन बसेरे पर चला बुलडोजर किया गया ध्वस्त। बस स्टैंड के बाहर बनी हुई दुकानों को भी किया जाएगा ध्वस्त दुकानदार बैठे सड़क किनारे धरने पर।
फिरोजाबाद। नगर निगम की टीम ने बृहस्पतिवार शाम को बस स्टैंड के पास जेसीबी लेकर पहुंची तो दुकानदार लामबंद हो गए। दुकानदारों को एकत्रित होते देख जेसीबी का रुख नगर निगम के बने रैन बसेरा की ओर हो गया। इस दौरान रैन बसेरा को ध्वस्त कर दिया। धरना पर बैठे दुकानदार बोले हम चाहते हैं कि फिरोजाबाद स्मार्ट सिटी बनें लेकिन उनका रोजगार नहीं छीना जाए। उन्होंने कहा या तो नाला दुकानों के आगे से निकाल दिया जाए या फिर पीछे खाली जमीन पर दुकानों को बनाकर दे दिया जाए।
स्मार्ट रोड के लिए बस स्टैंड के पास बनी दुकानों को तोड़ने के लिए बृहस्पतिवार शाम जेसीबी लेकर नगर निगम की टीम पहुंची तो दुकानदारों ने विरोध करते हुए धरना देना शुरू कर दिया। दुकानदार खुद दुकानों के बाहर धरना देकर बैठ गए। दुकानदारों के विरोध होते देख नगर निगम का रुख बस स्टैंड पर निगम द्वारा बनाए गए रैन बसेरा की ओर हो गया। जेसीबी ने रैन बसेरा को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। रैन बसेरा के गिरते ही दुकानदारों की धड़कनें और तेज हो गई। उनको आशंका है कि रात्रि में कहीं उनकी दुकानों को ध्वस्त नहीं कर दिया जाए। विरोध के चलते रैन बसेरा को गिराने के बाद जेसीबी वहां से चली गई। दुकानदारों का कहना है कि वह चाहते हैं कि फिरोजाबाद स्मार्ट सिटी और स्मार्ट रोड बनें लेकिन 13 दुकानदारों की रोजी रोटी छीनकर नहीं बनाया जाए। नगर निगम प्रशासन को चाहिए कि वह दुकानों के आगे से नाला निकाल दें। क्योंकि नगर निगम मार्केट के पास,फिरोजशाह के मकबरा के पास भी नाला घूमा है। जब वहां घूम सकता है तो यहां भी घूमना चाहिए। ताकि हमारे परिवारों का पालन पोषण हो सके। दुकानदारों ने जिलाधिकारी,नगर निगम के आयुक्त,नगर विधायक के साथ-साथ मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि आज रोजगार देते हैं कम से कम रोजगार छीनने का काम तो नहीं होना चाहिए। दुकानें तोड़ रहे हैं तो बस स्टैंड की पीछे भूमि पड़ी हैं वहां दुकानों को बनवाकर दे दिया जाए। ताकि परिवारों का पालन पोषण हो सके। धरना स्थल पर तारा देवी, चंदन जैन,राधेलाल जैन, विकास जैन,पप्पू, विवेक तिवारी, सुजान सिंह फौजी,सुनीता देवी, अशोक जैन,नवीन जैन परिवार सहित धरना पर बैठे थे।
33 वर्ष पूर्व नीलामी में मिली थी दुकानें
फिरोजाबाद। दुकानदार राधेलाल जैन ने बताया कि यह दुकानें नगर पालिका ने 33 वर्ष पूर्व बनाई थी। नीलामी के माध्यम से दुकानों का आवंटन हुआ था। तभी से रोजगार करते चले आ रहे हैं। इसका किराया प्रति माह दिया जाता है।स्मार्ट रोड के नाम पर बिना कोई नोटिस के दुकानों को खाली कराने का दबाव बनाना गलत है।
विरोध के चलते भागा बिजली कर्मी
फिरोजाबाद। रैन बसेरा की बिल्डिंग तोड़ने के बाद वहां मौजूद नगर निगम कर्मचारी ने बिजली विभाग कर्मचारी को मौके पर बुला लिया। उससे दुकानों के मीटर उखाड़ने के लिए कहने लगा। बिजली कर्मचारी ने जैसे ही सुनीता देवी की दुकान से मीटर उखाड़ना शुरू किया तो दुकानदारों ने विरोध किया। विरोध के चलते उक्त कर्मचारी मीटर छोड़कर चला गया।