अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व आईपीएस का जिले में आगमन, माल्यापर्ण को नहीं खुला अंबेडकर धर्मशाला का गेट
मुख्य द्वार पर ही माला डाल नमन करते हुए बढ़े आगे
वर्तमान जिलाध्यक्ष की कमजोर नजर आई जनता पर पकड़, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद न खुलवा पाए धर्मशाला का गेट
बोले अमिताभ ठाकुर रहे 11 जिलों में एसपी फ़िरोज़ाबाद में मिली बेइंतहा मोहब्बत
फ़िरोजाबाद-अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर के जिले में आगमन पर उन्होंने शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रदांजलि दी इसके साथ ही जब अंबेडकर धर्मशाला पर बाबा साहब जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने पहुँचे, परंतु काफी देर तक गेट नहीं खोला गया, इसके बाद वह गेट पर ही माल्यापर्ण कर उनको नमन कर आगे निकल गए। इससे कहीं न कहीं अधिकार सेना के वर्तमान जिलाध्यक्ष की कमजोर पकड़ जनता पर नजर आई जो कि धर्मशाला का गेट तक माल्यापर्ण को न खुलवा पाए।
मीडिया से बात करते हुए अमिताभ ठाकुर ने बताया कि फ़िरोज़ाबाद जिले में कभी वह एसपी रहे, उस रूप में कुछ लोग कह रहे है मैंने इसको डंडे मारे, उसको डंडे मारे, वो भी एक दौर था लेकिन उन्हें बेइंतहा मोहब्बत मिली इस शहर से, वे 11 जिलों में एसपी रहे, लेकिन यादों की जो खुशबू फ़िरोज़ाबाद की रही वो कहीं की न रही उसी फ़िरोज़ाबाद में वे आये है हम लोगो ने अधिकार सेना नाम से एक पार्टी गठित की है, सरकार को लगा मैं नाकारा और नाउम्मीद आदमी हूँ उन्होंने मुझे नौकरी में नहीं रहना चाहिए उन्होंने मुझे लात मारकर निकाल दिया, जबकि मेरी निगाह में बिल्कुल गलत फैसला था, उसके बाद हमने अधिकार सेना नई पार्टी शुरू की जो अन्याय, अत्याचार और भृष्टाचार के विरोध के लिए बनी है उसी क्रम में वे यहां आए है फ़िरोज़ाबाद पार्टी के कार्यों को प्रचारित, प्रसारित करने के लिए, लोगो से मिलने के लिए यहां आए है,उन्होंने कहा आज खाकसार द्वारा बनाये गए स्मारक पर गए शहीदों को नमन किया, उनकी खुशनसीबी है शानदार तरीके से कार्यक्रम का शुभारंभ किया।