टूंडला। श्रीमद भागवत अमृत वर्षा कथा माँ दुर्गा मंदिर पुष्पा एनक्लेव में चल रही है। जिसमें स्वामी सतानंद महाराज द्वारा राजा परीक्षित को ऋषि द्वारा दिए गए श्राप एवं सुखदेव संवाद की कथा वर्णन किया गया ।
श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य सतानंद महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि दान दरिद्रता को दूर कर देती है। और ज्ञान अज्ञानता को नष्ट कर देती है। भागवत कथा भवरोगों को मिटाने के लिए पर्याप्त औषधि है। जो मन क्रम वचन से श्रीमद भागवत की शरण ग्रहण कर लेता है। भागवत उसका कल्याण कर देती है। मानव जीवन सबसे श्रेष्ठ है। क्योकि इसमें हमे नाम सुमिरन करने का मार्ग उपलब्ध होता है। जो अन्य किसी योनि में नहीं मिलता। मानव जीवन के मोल को पहचान कर सत्कर्म के मार्ग को चुनने पर विपत्तियों से छुटकारा मिलता है। और जीवन खुशहाल होता है। भगवान अपने बारे में मानव से हुई भूल को तो भुला सकते हैं। लेकिन संतों को लेकर की गई भूल के दुष्परिणाम से वह भी नहीं बचाते।
