पूर्व प्रधान की हत्या करने आए चार गिरफ्तार
मौके से हैंड ग्रेनेड, तमंचे और कारतूस बरामद
फिरोजाबाद। पुलिस की बदमाशों से हुई मुठभेड़ में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पूर्व प्रधान की हत्या करने जा रहे चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से हैंड ग्रेनेड, तमंचे और कारतूस बरामद किए हैं। इन चारों पर 13 मुकदमे दर्ज हैं।
एसपी ग्रामीण अखिलेश नारायन ने बताया कि जसराना पुलिस टीम को सूचना मिली कि बदमाशों का एक गैंग अवैध असलाह के साथ सिकंदरपुर बंबा के पास किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में खड़ा हुआ है। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए उन्हें टोका, पुलिस को देखकर वह भागने लगे। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग की। पुलिस ने घेराबंदी करते हुए चार बदमाशों को पकड़ लिया। पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम राजपाल पुत्र विद्याराम, राहुल पुत्र राजपाल, सुरजीत पुत्र राजपाल और शिवप्रताप पुत्र राजपाल निवासीगण पलिया दोयम थाना जसराना बताया। तलाशी लेने पर इनके पास से एक हैंड ग्रेनेड, 3 तमंचा, 6 कारतूस बरामद हुये हैं। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वर्ष 2016 में हमने पिंकी प्रधान की एजेन्सी से एक आयसर ट्रैक्टर लोन पर खरीदा था तथा 02 माह बाद हमने यह ट्रैक्टर अपने रिश्तेदारों को बेच दिया था। लोन के पैसे के तगादे पर हमने अपना पांच बीघा खेत हमने पिंकी प्रधान को गिरवी रख दिया था, बाद में हमने लोन के पैसे भी नकद पिंकी प्रधान को जमा कर दिये थे। लेकिन पिंकी प्रधान ने हमारा पांच वीघा खेत वापस नही किया। इसी रंजिश में उन्होंने अपने गांव के बदमाश विजयपाल पुत्र अनोखेलाल को तीन लाख रूपये पूर्व ग्राम प्रधान पलिया दोयम प्रदीप उर्फ पिंकी की हत्या करने की सुपारी तय कर दी। जिसमें 1 लाख रूपये एडवांस दे दिये तथा 2 लाख रूपये हत्या होने के बाद देने तय हुये। आज वह योजना बनाकर स्वयं विजयपाल उपरोक्त के साथ पिंकी प्रधान की हत्या करने जा रहे थे, तभी पुलिस ने पकड़ लिए।
13 मुकदमे हैं दर्ज
एसपी ग्रामीण ने बताया कि विजयपाल व उसके भाइयों ने 18 फरवरी 2008 को गांव के ही महेश फौजी की हत्या कर दी थी। इस मामले में वह 22 अप्रैल 2008 को जेल गया था। 15 जनवरी 2010 को उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। दो माह पूर्व ही वह जेल से छूटकर आया था कि पूर्व प्रधान की हत्या की सुपारी ले ली। पुलिस के मुताबिक राजपाल पर 5, राहुल पर 6, सुरजीत पर 1 और शिवप्रताप पर 1 मुकदमा दर्ज है। विजयपाल अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।