सावन का महीना (Sawan Month) शुरू होने के साथ-साथ कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) का भी आगाज हो चुका है। पावन महीने के शुरू होते ही कंधे पर गंगाजल लेकर भगवान शिव (Lord Shiva) के ज्योतिर्लिंगों पर जलाभिषेक करने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है।
वहीं शामली के भैंसवाल गांव के वकील मलिक (Vakil Malik) भी इस साल कांवड़ यात्रा के दौरान छठी बार हरिद्वार से पवित्र जल को पैदल लाने के लिए तैयार हैं। मुस्लिम होने के बावजूद वो एक भगवान शिव के परम भक्त हैं। वो लगातार पांच साल से हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल कांवड़ यात्रा करके अपने गांव के मंदिर में शिवजी पर जल चढ़ाते हैं।
ईश्वर एक है
अपनी कांवड़ यात्रा के बारे में वकील मलिक कहते हैं कि मैं इस्लाम के प्रति भी समान रूप से समर्पित हूं और हमेशा जमात में शामिल होता हूं। हालांकि, कांवड़ लाने के पीछे मेरा मकसद ये साबित करना है कि ईश्वर एक है और ये इंसान ही हैं जो मतभेद पैदा करते हैं।
‘कांवड़ लाने पर विरोध का सामना करना पड़ा’
वकील मलिक कहते हैं कि अगर मेरा ये संदेश एक भी शख्स तक पहुंचता है, तो मेरा मकसद पूरा हो जाएगा। मलिक अब तक पांच बार कांवड़ यात्रा का हिस्सा बन चुके हैं। यह आखिरी बार होगा जब वो अपने संकल्प के अनुसार इसका हिस्सा बनेंगे। हर साल वह बागपत के मशहूर पुरा महादेव मंदिर में पवित्र जल चढ़ाते हैं।
लोगों ने कहा मैं अपने धर्म को धोखा दे रहा हूं- वकील मलिक
इस बार उन्होंने पहली बार शामली जिला मुख्यालय और गाडीपुख्ता पुलिस थाने से अनुमति मांगी थी। मलिक ने कहा कि शुरुआती सालों में, उन्हें अपने परिवार से भी कांवर लाने के लिए विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने कहा कि ‘मैं अपने धर्म को धोखा दे रहा हूं’। हालांकि, उन्होंने बाद में मुझे औक मेरे घरवालों को समझा। अब वे भी कांवर ले जाने में मदद करते हैं।
पूरे मामले पर एसएचओ करमवीर सिंह ने कहा, ‘गुरुवार सुबह करीब 11 बजे एक मुस्लिम व्यक्ति थाने आए थे। वह हरिद्वार से कांवड़ को बिना किसी विरोध के लाना चाहते थे। किसी ने उनका विरोध या शिकायत नहीं की। सबकी आस्था है और हम इसका सम्मान करते हैं।’