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फिरोजाबाद। योग को प्रोत्साहित करने के लिए जिला विज्ञान क्लब के जिला समन्वयक अश्वनी कुमार जैन के संयोजन में विद्यार्थियों ने योग करने की शपथ ग्रहण की।
उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि योग शब्द संस्कृत धातु युज से निकला है, जिसका मतलब है व्यक्तिगत चेतना या आत्मा की सार्वभौमिक चेतना है। योग एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है। जिसका इतिहास लगभग 5000 साल पुराना है। योग धर्म, आस्था और अंधविश्वास से परे है। योग एक सीधा विज्ञान है। जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। वैज्ञानिक अब इसके महत्व को मान चुके है और बहुत सारे शोध में यह साबित हो चुका है कि योग हमें शारीरिक लाभ के साथ मानसिक लाभ भी पहुंचाता है। उन्होंने बताया कि योग करने के लिए उम्र की कोई बाधा नहीं है। योगासन किसी भी उम्र के स्त्री-पुरुष कर सकते है। कई अध्ययनों में देखा गया है कि योग न करने वालो की तुलना में जो लोग योग करते है, उनका बीएमआई, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल के स्तर और हृदय गति में अधिक सुधार होता है और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है। योगासनों युवावस्था बनाए रखने एवं वीर्य रक्षा में सहायक होती है। योगासन से सम्पूर्ण शरीर को फायदा मिलता है और स्वास्थ्य अच्छा रहता है। योगासन दिल और फेफड़ों को शक्ति देते हैं, रक्त को शुद्ध करते हैं। मांसपेशियों की ताकत बढ़ाना है। कार्डियो और संचार स्वास्थ्य, श्वसन क्रिया, ऊर्जा और जीवन शक्ति में सुधार करता है।