मुस्लिम धर्मगुरूओं व फैक्ट्री मालिकांे, मैनेजर व जगइयों आदि से सम्वाद करने के बाद अब जिला प्रशासन एक्शन मोड मंे।
कानून एवं शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास करने वाले तत्वों से निपटने के लिए एक्शन प्लान तैयार, केन्द्रीय पुलिस बल, आटीबीपी, पीएसी की कम्पनियों के साथ भारी संख्या में पुलिस बल किया तैनात।
जनपद में कानून व्यवस्था बनाए रखने एवं कल जुमे की नमाज को शांतिपूर्ण सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जिलाधिकारी रवि रंजन ने जनपदभर में अलग-अलग सेक्टर, जोनल व स्टेटिक मजिस्ट्रेटांे की तैनाती की है, इसके अतिरिक्त शहर की मस्जिदों व संवेदनशील स्थलों पर अलग से पुलिस अधिकारियांें के साथ मजिस्ट्रंेंटों की तैनाती की है और उन्हे निर्देश दिए है कि वह निरंतर भ्रमणशील रहकर शांति व्यवस्था बनाए रखना सुनिश्चित करेंगे। उन्होने कहा कि समस्त मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्रांर्गत कल जुमे की नमाज के अवसर पर प्रमुख मस्जिदों पर अदा होने वाली नमाज को शांतिपूर्ण व सकुशल सम्पन्न कराने के लिए उत्तरदायीं होंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद भर में धारा 144 लगी हुई है, किसी भी तरह का जुलुस निकालना, धरना देना मना है, सभी प्रकार की गतिविधियों पर पुलिस व जिला प्रशासन एवं इंटैलिजेंस एजंेसियां सतर्कता के साथ नजर रखंे हुए हैं, शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने में किसी भी प्रकार की संलिप्त्ता पाए जाने पर उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी, इसके लिए वह स्वंय जिम्मेदार होगें। उन्होने सभी से कहा कि अफवाहों पर ध्यान नही दें, सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर किसी भी तरह की भ्रामक, भड़काऊ व आपत्तिजनक पोस्ट, कमेण्ट न डालें। सोशल मीडिया सैल प्रत्येक सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी पैनी नजर बनाए रखे हुए है। धार्मिक उन्माद फैलाने वाले व आपत्तिजनक कमेण्ट व पोस्ट डालने वालों के विरूद्ध आईटी एक्ट व आईपीसी की सुसंगत धाराओं में कठोर कार्यवाही कर जैल भेजा जाएगा और इसके लिए उस गु्रप का गु्रप एडमिन भी जिम्मेदार होगा। उन्होने कहा कि जिला प्रशासन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कटिबद्ध हैै।
ं कल जुमे की नमाज के अवसर पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अध्यक्ष उ0प्र0शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ ने सभी मुतवल्लियों, प्रबन्धक कमेठियों, मस्जिदों के प्रशासकों को निर्देशित किया है कि मस्जिदों मे होने वाली पंजगाना नमाज व खास तौर से जुमे की नमाज में किसी भी तरह का खुतबा या तकरीर अथवा कोई ब्यान ऐसा नही दिया जाएगा जिससे आपसी सौहार्द एवं शांति व्यवस्था बिगडने की संभावना हो। उन्होने स्पष्ट रूप से कहा है कि मस्जिदों में नमाज के अतिरिक्त कोई जलसे के लिए भीड़ इकटठा नही की जाएगी, इन निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाए।