पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अपने निज निवास सिरसागंज पर जन शिकायतों को गम्भीरता से सुना और प्रभावी निस्तारण के दिए निर्देश, प्राप्त 57 शिकायतों में से 12 का मौके पर ही कराया निस्तारण।
उ0प्र0 सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के मा0 मंत्री जयवीर सिंह ने निर्धारित जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान रविवार को अपने निज निवास सिरसागंज पर जनता दर्शन लगाकर जनता की समस्याओं को सुना। जनसुनवाई के दौरान मा0 मंत्री जी ने जनपदभर व गैर जनपदांे से आए फरियादियों की 57 शिकायतों को एक-एक कर सुना, जिसमें से 12 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया, शेष शिकायतों को उपस्थित सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होने स्पष्ट कहा कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि ही गुणवत्ता का पैमाना होगा। इसके लिए उन्होने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्दंेश दिए कि वह प्राप्त शिकायतों के गुणवत्तापूर्वक निस्तारण की अनुपालन आख्या बनाकर उन्हें अवगत कराऐं। उन्होने कहा कि उ0प्र0 सरकार जनता की समस्याओं के प्रति गम्भीर है, इसलिए अधिकारी जनता की समस्याओं को स्थानीय स्तर पर त्वरित गति से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करना सुनिश्चित करंे।
जनसुनवाई के दौरान अधिकतर शिकायतें बिजली, पानी, राशन कार्ड, विद्युत विभाग के बिल, आवास योजना, आधार कार्ड, अतिक्रमण, पुलिस सम्बन्धित आदि शिकायतें प्राप्त हुई। मंत्री जी ने जिलाधिकारी द्वारा नामित नोडल अधिकारी, जनसुनवाई हर्षवर्द्धन को निर्देश दिए कि जनपद में सरकारी व सार्वजनिक जमीनों पर अभियान चलाकर निष्पक्षता के साथ अतिक्रमण हटाया जाए, भू-माफियाओं से जमीनों को कब्जा मुक्त कराया जाए। उन्होंने भूमि विवाद प्रकरणों में निर्देशित किया कि प्राथमिकता के आधार पर भूमि विवाद निस्तारित किए जाएंे। जनसुनवाई के दौरान उन्होने शिकायतकर्ताओं की शिकायत के आधार पर सम्बन्धित अधिकारियों से सीधे फोन पर वार्ता कर उन्हे निर्देशित किया कि वह गुणवत्तापूर्ण शिकायत निस्तारित करें, वहीं उन्होने यह भी स्पष्ट किया कि यदि शिकायकतकर्ता की शिकायत निस्तारित नहीं हुई और वह दोबारा हमारे पास आता है, तो सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही भी हो सकती है। जनसुनवाई के दौरान एक्सईएन, मत्स्य अधिकारी श्रीकृष्ण शर्मा, नामित नोडल अधिकारी जनसुनवाई, पुलिस क्षेत्राधिकारी, जिला सूचना अधिकारी दयाशंकर, सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहंे।