फिरोजाबाद। दो माह पहले अवैध संबंध में बाधक बनने पर हुई ट्रक क्लीनर की हत्या के मामले में उसकी पत्नी और चालक को रामगढ़ थाने की पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया। पत्नी की मिलीभगत से प्रेमी ने ही पति को मौत के घाट उतार दिया था। उसके बाद पत्नी आरोपी पति के साथ चली गई थी।
पुलिस के मुताबिक हाथरस के बैरागी जिरौली कला निवासी बंटू उर्फ गजेंद्र टीसीआई कम्पनी धारूहेड़ा हरियाणा की गाडी चलाता था। उसी गाड़ी पर हंसराज पुत्र स्व. आशाराम निवासी भीकनपुर थाना रामगढ़ क्लीनर था। दोनों अकसर भाड़ा लेकर धारूहेड़ा से उड़ीसा जाया करते थे। रास्ते में हंसराज का घर पड़ता था, इसलिए वह दोनों उसके घर रुकते थे। जहां खाना-पीना खाने के बाद आगे बढ़ते थे। हंसराज टीबी बीमारी से पीड़ित था। इसलिए अकसर बीमार रहता था। चालक बंटू ने हंसराज की पत्नी से नजदीकियां बढ़ा ली थीं। फरवरी माह मे हंसराज ने बंटू को अपनी पत्नी के साथ देख लिया था। इसे लेकर उसने पत्नी के साथ मारपीट की और उसे भी भला बुरा कहा था। चालक ने पत्नी के साथ मिलकर हंसराज को रास्ते सेे हटाने की योजना तैयार की। 28 मार्च को वह गाड़ी लेकर फिरोजाबाद आया जहां से चूड़ी लेकर हंसराज को अपने साथ बिठा लिया। वह उड़ीसा चले गये, जहां से वापस लौटते समय सासाराम टोल बिहार पार करने के बाद उसने ट्रक साइड से खड़ा कर दिया और हंसराज को खूब शराब पिलाई। नशे में होते ही उसने गाड़ी में रखे पाना और रिंच से उसके सिर पर वार किए जिसमें वह लहूलुहान होकर गिर गया। उसकी मौत होने के बाद वह रिंच पाना वहीं फेंककर भाग गया। इसकी जानकारी उसने मृतक की पत्नी को भी दे दी।
पत्नी ने गुमशुदगी दर्ज कराई
चालक के कहने पर पत्नी ने रामगढ़ थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई। मृतक हंसराज की मां को पत्नी पर शक होने लगा था। उसके बाद उसने पत्नी का मोबाइल नंबर बंद करा दिया था और अपना भी मोबाइल बंद कर लिया था। वह पत्नी विधा देवी को अपने साथ ले गया और अपने बहनोई राजेंद्र के यहां जाकर रहने लगा। जहां उसने बहनोई को बताया कि उसने शादी कर ली है। टीम में थानाध्यक्ष हरवेंद्र मिश्रा, उपनिरीक्षक श्यामप्रकाश आदि शामिल रहे।
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