फिरोजाबाद। उ.प्र. चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर एक संगोष्ठी का आयोजन विकास भवन प्रांगण में किया गया। जिसमे कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा की गई।
संगोष्ठी में स्वास्थ्य विभाग के अध्यक्ष इन्द्रपाल ने कहा कि अधिकारियों के द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का वेतन रोकना, अनावश्यक परेशन करते हुए शोषण किया जा रहा है। पशुपालन विभाग के अध्यक्ष गिरीश बाबू ने कहा कि महासंघ को और मजबूत किया जाये। जिससे उत्पीड़न करने वाले अधिकारियों का डटकर सामना किया जा सके। महासंघ के जिलाध्यक्ष प्रेमप्रकाश कुशवाह ने कहा कि कहने को तो आज अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस है। लेकिन कामगारों की हालत किसी से छुपी नहीं है। श्रमिकों के कल्याण और हितों का मुद्दा कहीं दिखाई नहीं दे रहा है। सरकारी विभागों में कार्यरत सविंदाकर्मी, दैनिक वेतन भोगी, आशा, रसोइया, चैकीदार, रोजगार सेवक शोषण का शिकार हो रहे हैं। ना तो उन्हें नियमित किया जा रहा है और ना ही समय से वेतन मिल रहा है। सुनिश्चित रोजगार असमान आमदनी उच्च व निम्न आय वाले वेतनभोगियों के बीच बढ़ती खाई को और चैड़ा कर दिया गया है। नियम और कानून को अनदेखा कर संलिप्तता नित प्रति बढ़ती जा रही है। संगोष्ठी में सहकारिता के अध्यक्ष योगेश चंद्र यादव, वन विभाग के अध्यक्ष भूप सिंह, नलकूप विभाग के विजेन्द्र पाल सिंह, कृषि विभाग के राकेश कुमार, विकास विभाग के वीरेंद्र कुमार ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए महासंघ को मजबूत बनाने पर बल दिया।