फिरोजाबाद का सरकारी मेडिकल कॉलेज व्यवस्था को लेकर खुद बीमार कैसे होगा मरीजों का इलाज,देखिये स्वास्थ्य मंत्री जी।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा बन गई अगर स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक को स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी दी है,और वह इसको निभा भी रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य मंत्री एक बार अपनी नजर फिरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज पर भी डाल दें,क्योंकि यहां का जो मेडिकल कॉलेज है वह व्यवस्थाओं को लेकर खुद बीमार है।
हम बात उन बीमार मरीजों की कर रहे हैं जिन्हें खुद वार्डों में इस 42 डिग्री के तापमान में खुद अपने मरीजों को सरकारी ट्रामा सेंटर से टीवी वार्ड तक ले जाना पड़ रहा है,एक 70 साल की वृद्ध महिला व्हील चेयर पर अपने बेटे को सिटी स्कैन करा कर इस कड़कड़ाती धूप में लेकर जा रही है,तो वहीं एक भाई अपनी बहन को गोदी में उठाकर हड्डी रोग विशेषज्ञ को दिखाने के लिए ले जा रहा है, अगर मरीजों को ले जाने की बात करे तो सरकारी एंबुलेंस मरीजों को ले जाने का काम करती है,लेकिन एम्बुलेंस भी इन मरीजों को नहीं ले गयी,फिलहाल लापरवाही का एक फ़िरोज़ाबाद के मेडिकल कॉलेज में अंबार है,जब हमने इस बारे में स्वास्थ्य अधिकारी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे पर बोलने के लिए मना कर दिया।