Aligarh : अलीगढ़ में अजान के विरोध में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब समाजवादी पार्टी की महिला सभा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम (Rubina Khanum) ने लाउडस्पीकर मामले पर बयान देते हुए कहा है कि- ‘मुसलमान समुदाय को छेड़ने की कोशिश ना करें। अगर ऐसा हुआ तो हम महिलाएं मोर्चे को संभालेंगे और हम महिलाएं बाहर निकलेंगे। मंदिरों के पास बैठकर लाउडस्पीकर पर कुरान का पाठ करेंगे। हमने चूड़ियां नही पहन रखी है’।
समाजवादी पार्टी महिला सभा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने कहा के- ‘आजकल हमारे देश में एक नई जंग छिड़ गई है कि मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर उतार दिए जाएं और ये जो अराजक तत्व है हिंदू बजरंग दल के और यह तमाम लोग जो हैं कह रहे हैं कि अगर आपने मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर नहीं उतारे तो हम भी अपने मंत्र पड़ेंगे और हनुमान चालीसा पढ़ेंगे’ ।
हम भी यहां अपने धर्म की पद्धति का इस्तेमाल करेंगे। हम यहां पर बैठ कर अपने धर्म की उपासना करेंगे। यह क्या बात है। मैं पूछना चाहती हूं कि यह गलत बात है। रमजान के पाक महीने के अंदर आप हमारे धर्म के कामों में अड़ंगा लगा रहे हैं। यह हमारी आस्था का मामला है। हमेशा से मंदिर और मस्जिदों में लाउडस्पीकर लगे हुए हैं। लोग अपने धर्म का पालन करते रहे हैं और यह लोग जो हैं खुलेआम सरकार इनको छूट दे रही है। मैं उनको बताना चाहती हूं कि यह बहुत गलत है। अगर तुम अपनी हरकतों से बाज नहीं आए और हमारे धर्म के मामलों में आड़ लगाई तो हम महिलाओं ने चूड़ियां नहीं पहन रखी है’।
सैकड़ों की तादाद में हम महिलाएं मोर्चा संभालेंगे और तुम्हारे मंदिरों के पास जाकर बैठेंगे और अपने कुरान का पाठ करेंगे और हम महिलाएं शांतिपूर्वक वहां पर जाएंगे। हमारा आचरण तुम्हारे आचरण की तरह नहीं है। हम शांतिपूर्वक वहां बैठेंगे और अपने धर्म कुरान का पाठ करेंगे। और तुम लोगों को समझाना चाहती हूँ कि देखो अपने-अपने धर्म का पालन करो, अपने-अपने धर्म की आस्था सबके साथ जुड़ी हुई है।
दूसरे के धर्म के साथ अगर खिलवाड़ करोगे तो उसका अंजाम अच्छा नहीं होगा। यह बीजेपी सरकार जो आज हिंदू और मुसलमानों को लड़ाना चाहती है। मुसलमानों को शिकार बना रहे हैं अपने हिंदू तुष्टीकरण की राजनीति के लिए, इससे सरकार बाज आ जाए। यह वही सरकार है बीजेपी जो अपने आस्था को भूल चुकी है। अपने आचरण को भूल चुकी है। इसके अंदर अटल बिहारी वाजपेई जैसे महान नेता हुआ करते थे। उनका कहना था कि सरकारें आएंगी और जाएंगी। पार्टियां बनेगी और बिगड़ेगी। लेकिन ये देश रहना चाहिए।
इस देश का लोकतंत्र रहना चाहिए और हिंदू मुस्लिम भाईचारा रहना चाहिए। आज बीजेपी सरकार इन बातों को भूल चुकी है। आज मैं जहां हूं वहां सामने मंदिर है। मंदिर के अंदर सुबह शाम वह लाउड स्पीकर पर पाठ करते हैं। अपने धर्म का पालन करते हैं। अपनी आस्थाओं का पूजा करते हैं। हम को कोई एतराज नहीं है ना किसी मुसलमान को एतराज है। में बताना चाहती हूं कि मुसलमान समुदाय को छेड़ने की कोशिश ना करें। अगर ऐसा हुआ तो हम महिलाएं मोर्चे को संभालेंगे और हम महिलाएं बाहर निकलेंगे। हमने चूड़ियां नही पहन रखी है। हमारे जज्बातों से धर्म से हमारी आस्थाओं से खिलवाड़ करने की कोशिश मत कीजिए।